जहानाबाद. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों राजद, सीपीआइ एम, सीपीआइ, सीपीआइ एमएल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एवं विकासशील इंसाफ पार्टी के हजारों नेता और कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन के नजदीक से जुलूस के रूप में प्रारंभ किया. जुलूस में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम को वापस लो, सभी भूमिहीन परिवारों को पांच-पांच डिसमिल जमीन वास का पर्चा दो, भ्रष्टाचार पर रोक लगाओ प्रधानमंत्री आवास योजना में व्यापक पैमाने पर धांधली पर रोक लगाओ सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में गगनभेदी नारों के साथ शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए समाहरणालय के समक्ष पहुंचकर प्रदर्शन सभा के रूप में परिवर्तित हो गया. जहां इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं और जहानाबाद जिला के तीनों विधानसभा के विधायकों ने मांग पत्र के समर्थन में अपनी-अपनी बातों को विशाल जनसमूह के बीच रखने का काम किया. साथ ही कहा कि जब तक मांगें मानी नहीं जातीं तब तक संघर्ष को जारी रखेंगे. सरकार के निर्णय के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उन्हीं को मिलना है, जिनके पास जमीन का कागजात उपलब्ध है. ऐसी स्थिति में भूमिहीनों के पास न तो अपना जमीन है और न ही सरकार ने कोई पर्चा ही दिया है जिसकी वजह से आवासहीन लोगों के लिए बनायी गयी यह योजना अर्थहीन हो गया है. वक्ताओं में सीपीएम के जिला सचिव जगदीश प्रसाद ने अपने वक्तव्य में वर्तमान में भारतीय निर्वाचन आयोग के द्वारा जबरन विधानसभा चुनाव के ठीक पहले अति संक्षिप्त समय में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम चल रहा है जो अव्यावहारिक और गैर वैज्ञानिक है. 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने मांग पत्र सौंपा. प्रदर्शन में चंद्रिका मंडल, कामरान हुसैन, अनिल पासवान सहित अन्य महागठबंधन के कार्यकर्ता शामिल थे.
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