जहानाबाद नगर
. नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 29 से होकर गुजरने वाली देवरिया नाला की उड़ाही नहीं होने से आसपास के मोहल्ले के लोग चिंतित हैं. मोहल्लेवासियों को यह डर सता रहा है कि अगर जमकर बरसात हुई तो आसपास के मोहल्ले में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. नाला का अस्तित्व खतरे में है. आये दिन नाले का अतिक्रमण कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिससे नाला नाली में तब्दील हो गया है. देवरिया नाला पानी निकासी का महत्वपूर्ण स्रोत है. उक्त नाले से कई मुहल्ले का पानी जमुनइया नदी में गिरता है.
बीते कुछ वर्षों से अतिक्रमण के कारण नाले का अस्तित्व मिटता जा रहा है. मुहल्लेवासियों द्वारा बार-बार शिकायत करने के बाद भी तथा नाले की उड़ाही की गुहार लगाये जाने के बाद भी न तो अतिक्रमण हटाया गया और न ही नाले की सही तरीके से उड़ाही की गयी. उड़ाही के नाम पर नाले में उग आये घासों को सिर्फ हटाया गया. नाले में हुए अतिक्रमण को न तो हटाया गया और न ही उसका सही तरीके से उड़ाही की गयी, ताकि पानी की निकासी हो सके. देवरिया नाला कचहरी इलाके के कई मुहल्ले के पानी निकासी का मुख्य स्रोत है. विशेष कर समाहरणालय, प्रखंड कार्यालय, पुलिस लाइन सहित अन्य कई मुहल्ले का पानी देवरिया नाले से ही निकलकर जमुनईया नदी में गिरता है. ऐसे में अगर नाले का सही तरीके से उड़ाही नहीं होगी, तब बरसात में कई मुहल्ले में नाला जाम की स्थिति उत्पन्न जायेगी. मुहल्लेवासियों द्वारा इसकी शिकायत कई बार नप प्रशासन से किया गया लेकिन अब तक नाले का सही तरीके से न तो उड़ाही हुई है और न ही नाले को अतिक्रमणमुक्त कराया गया है. बीते कई वर्षों से यह देखा गया है कि जैसे ही जमुनइया तथा दरधा नदी का जलस्तर बढ़ता है तब नाले से कई मुहल्ले में नदी का पानी फैल जाता है. नाले की उड़ाही नहीं होने से पानी निकलने में काफी समय लग जाता है. इस दौरान मुहल्लेवासियों को जलजमाव से जूझना पड़ता है तथा उन्हें घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है