अरवल. जिले के विभिन्न गांवों में 29 मई से 12 जून तक 15 दिवसीय विकसित कृषि संकल्प अभियान का आयोजन किया गया. इस अभियान का उद्देश्य किसानों में जागरूकता फैलाना और आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रचार करना था. अभियान के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र, अरवल एवं आइसीएआर के वैज्ञानिकों सहित कृषि विभाग के अधिकारियों की दो टीमों ने 90 गांवों का दौरा कर किसानों से सीधे संवाद किया. उन्होंने किसानों की समस्याओं पर सुझाव भी दिये. अंतिम दिन, जिला के विभिन्न गांवों में छह किसान गोष्ठियों का आयोजन कुर्था प्रखंड में किया गया. पहली टीम ने सुरा, गंगेया एवं फुलसाथर गांवों में, जबकि दूसरी टीम ने अलावलपुर, शाहपुर एवं डकरा गांवों में सभाएं आयोजित कीं. प्रथम टीम से वरीय वैज्ञानिक डॉ अनिता कुमारी ने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, जल संरक्षण, जैविक खेती और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी. वैज्ञानिक डॉ उदय प्रकाश नारायण ने प्राकृतिक खेती, उर्वरकों का संतुलित उपयोग, खरीफ सीजन की फसलें और कीट-व्याधि से संबंधित विस्तृत चर्चा की. दूसरी टीम से वैज्ञानिक डॉ कविता डालमिया ने महिलाओं के सशक्तीकरण पर जोर देते हुए मशरूम उत्पादन सहित कृषि आधारित विभिन्न व्यवसायों के लिए प्रेरित किया. साथ ही, वैज्ञानिक अजय कुमार दास ने किसानों को सब्जियों एवं फलों के उत्पादन में आधुनिक पद्धतियों को अपनाने का सुझाव दिया और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया. आइसीएआर के वैज्ञानिकों ने किसानों को नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों, जल-उपयोग दक्षता, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और ड्रोन तकनीक के बारे में भी बताया. इस दौरान किसानों के बीच विभिन्न प्रचार सामग्री एवं मार्गदर्शिकाओं का वितरण किया गया. किसानों ने अपनी सफलता की कहानियां भी साझा कीं. अभियान के समापन पर, कृषि विज्ञान केंद्र, अरवल की वरीय वैज्ञानिक डॉ अनिता कुमारी ने आईसीएआर के वैज्ञानिकों, जिला कृषि विभाग के अधिकारियों और पुरुष एवं महिला किसानों का धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने विकसित कृषि के लक्ष्य की दिशा में सक्रिय रूप से योगदान देने का संकल्प भी दिलाया.
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