अरवल. जिले में कुल 31 उप स्वास्थ्य केंद्र सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के भवन निर्माण के लिए बीएमएसआइसीएल को राज्य स्वास्थ्य समिति से स्वीकृति मिल गयी है. जल्द ही जिला में 31 स्वास्थ्य उप केंद्र का निर्माण किया जायेगा. इन स्वास्थ्य उप केंद्र का भवन नहीं रहने के कारण किराये के मकान में संचालित हो रहे है. वहीं सात स्वास्थ्य उपकेंद्रों के लिए जमीन नहीं मिल रही है. डीपीएम सलीम जावेद ने बताया कि सरवा, झिकटिया, अइयारा, साहोपुर, खैरा डीह, बड़की टोला फरीदपुर स्वास्थ्य उप केंद्र के लिए जमीन नहीं मिल रहा है. जिसके कारण इन जगहों पर स्वास्थ्य उपकेंद्रों का निर्माण नहीं हो रहा है. मालूम हो कि जिले में सदर अस्पताल के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों की हालत पहले अच्छी नहीं थी. अधिकतर केंद्रों पर चिकित्सकों और कर्मियों के साथ-साथ संसाधन की घोर अभाव दिख रहा था. लिहाजा मरीजों को इलाज के लिए शहर का रुख करना पड़ता था. जिसमें समय और खर्च दोनों वहन करना पड़ता था. केंद्रों पर सर्दी, खांसी, बुखार की भी दवा उपलब्ध नहीं रहते थे. दवा के लिए मरीज को स्थानीय बाजार में मेडिकल स्टोर पर निर्भर रहना पड़ता था. इनके लिए दवा दुकान ही क्लिनिक भी था. दुकानदार की सलाह पर मरीज प्रारंभिक दवा का सेवन शुरू कर देते थे. लेकिन वर्तमान सिविल सर्जन के कड़ाई से अब अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों को इलाज के साथ साथ दवा भी मिलता है. इन जगह बनेगा स्वास्थ्य उपकेंद्र : कलेर प्रखंड में सर्वपुर, पहलेजा, उसरी बाजार, कोयल भूपत, सकरी खुर्द, अगनूर, बाथे,मड़ेला, टेरी, अरवल प्रखंड के प्यारे चक, सुमेरा, प्रसादी इंग्लिश, भदासी, मखदुमपुर कबीर, मोथा, और अरवल सदर, करपी प्रखंड के कुसरे, केयाल, झूनाठी, बम्भई, नरंगा, बंशी प्रखंड के अनुआ, एकरौजा, चमंडी, माली, दानियाला कुर्था प्रखंड के नादौरा, मोतेपुर, बारा, गोहरा, बसंतपुर, ढोंधरा , उत्तरावा में भवन का निर्माण के लिये बीएमएसआईसीएल से निविदा की मंजूरी हो चुकी है. लोगों की स्वास्थ्य सुविधा गुणवत्ता पूर्ण रूप से मिलने से प्रखंडवासियों में खुशी का माहौल है.
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