जहानाबाद नगर.
पूर्व विधायक डॉ मुन्नीलाल यादय द्वारा जल संसाधन मंत्री को पत्र लिखकर फल्गु नदी को यमुना नदी से जोड़ने का अनुरोध किया गया था. उक्त अनुरोध पर विभाग द्वारा वर्णित स्थल का निरीक्षण एवं भौगोलिक परीक्षण तथा तकनीकी समीक्षा कर प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. उक्त परिपेक्ष्य में 14 जून को उक्त स्थल का निरीक्षण किया जाएगा. निरिक्षण मे अधीक्षण अभियंता, सिंचाई अंचल, नालन्दा, बिहारशरीफ, कार्यपालक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, जहानाबाद वर्णित स्थल पर उपस्थित रहेंगे.
मालूम हो िक पूर्व विधायक ने जल संसाधन मंत्री को लिखे पत्र में उल्लेख किया था कि यमुना नदी अल्प स्रोत जल की नदी है. यमुना नदी पर सोलहण्डा, छरियारी, सुगांव (क्षतिग्रस्त), कनक बिगहा, विर्रा (पटना जिला) कुल पांच सिंचाई योजना अवस्थित है. यमुना नदी पर सोलहण्डा वियर निर्माण के बाद उसके नीचे सभी योजनाओं में सुमचित सिंचाई के लिए किसानों के खेत में पानी नहीं पहुंच पाता है, जिसके कारण किसानों के खेत असिंचित रह जाते है. बड़ी नदी से छोटी नदी को जोड़ने की लोक कल्याणकारी योजना बनाई गई है. फल्गु नदी बड़ी जल स्रोत वाली नदी है. इसी नदी पर उदेरा स्थान बराज भी बना हुआ है. बराज के कारण फल्गु नदी में काफी जल संग्रहित रहता है. बराज के दक्षिण से ही छरियारी यमुना नदी तक सरकारी पईन है, जिसकी कुल लम्बाई 8 किमी लम्बाई है, जिसमें फल्गु नदी से यमुना नदी को जोड़ने में मात्र लगभग एक किमी भूमि का अधिग्रहन करना पड़ सकता है. यह वृहत जन उपयोगी योजना है. जनहित में नदी से नदी जोड्ने का सरकारी प्रावधान भी है. व्यापक जनहित में उपरोक्त विषयांकित योजना का सर्वे कराकर प्राथमिकता से फल्गु नदी से छरियारी यमुना नदी को जोड़ने का आदेश देने की कृपा की जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है