जहानाबाद नगर. वर्ष 2016 में जिला मुख्यालय में मॉडल बस स्टैंड का उद्घाटन हुआ था. शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम द्वारा मॉडल बस स्टैंड का निर्माण कराया गया था, ताकि यहां यात्रियों को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया हो सके. हालांकि मॉडल बस स्टैंड में वर्तमान में यात्री सुविधाओं की घोर कमी है. बस स्टैंड में आने वाले यात्रियों को पेयजल के लिए होटल तथा आसपास के दुकानों से पानी खरीदनी पड़ती है. नगर परिषद को 86 लाख का राजस्व देने वाला बस स्टैंड में बना शौचालय में ताला लटका हुआ है. वहीं पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. शाम ढलते ही पूरा परिसर अंधेरे में डूब जाता है, जिसके कारण यात्रियों के साथ अनहोनी की आशंका भी बनी रहती है. मॉडल बस स्टैंड के चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा है. नियमित साफ-सफाई नहीं होने के कारण बस स्टैंड में कई जगहों पर कूड़े का ढेर लगा है. देखरेख के अभाव में आम लोगों की सुविधा के लिए करोड़ों से बनाये गये बस स्टैंड का समुचित लाभ आम यात्रियों को नहीं मिल रहा है. दूर से सुंदर दिखने वाला बस टर्मिनल में यात्री जैसे ही नजदीक पहुंचते हैं, उसकी बदहाल स्थिति देख वहां बैठना तो दूर, खड़ा रहने से भी परहेज करते हैं. बस टर्मिनल में धूल व गंदगी रहने के कारण यात्री घंटों खड़ा होकर बस की प्रतीक्षा करते दिखते हैं. शौचालय में लटका है ताला, परिसर में ही फैली है गंदगी : बस स्टैंड के अंदर बना शौचालय का लाभ आम यात्रियों को नहीं मिल रहा है. शौचालय में ताला बंद रहने के कारण प्रसाधन के लिए लोगों को अन्यत्र स्थानों का तथा चहारदीवारी का सहारा लेना पड़ता है. शौचालय के अभाव में खासकर बूढ़े, बच्चे एवं महिला यात्री को काफी परेशानी होती है. प्रसाधन के अभाव में महिलायें खुले में शौच करने को मजबूर दिखती हैं. करीब पांच करोड़ की लागत से बना बस स्टैंड में यात्री सुविधाओं की घोर कमी से यात्रियों को जूझना पड़ रहा है.
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