कुर्था. भीषण गर्मी और कम बारिश ने एक ओर जहां लोगों को परेशान कर रखा है, वहीं कुर्था नगर पंचायत में अब पेयजल संकट विकराल रूप लेता जा रहा है. नगर पंचायत क्षेत्र में पिछले चार दिनों से जलापूर्ति पूरी तरह ठप है. इसका मुख्य कारण पीएचइडी द्वारा स्थापित पानी की मोटर का जल जाना बताया जा रहा है. पेयजल आपूर्ति बाधित होने से पूरा नगर पंचायत बेहाल है और जगह-जगह हाहाकार मचा है. नगर क्षेत्र के लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए जूझ रहे हैं. हालात यह है कि बाल्टी, तसला, ड्रम लेकर लोग सड़कों पर दौड़ते नजर आ रहे हैं. गर्मी के इस मौसम में जब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, वहीं विभागीय लापरवाही और तकनीकी समस्याओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि पेयजल की व्यवस्था की जिम्मेदारी पीएचईडी विभाग की है, लेकिन वह अपनी भूमिका निभाने में पूरी तरह असफल साबित हो रहा है. करोड़ों रुपये की लागत से पाइपलाइन और मोटर सिस्टम लगाए जाने के बावजूद कभी मोटर जल जाती है, कभी बिजली नहीं रहती, तो कभी पाइपलाइन फट जाती है. ऐसे में आम जनता को पीने के पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है. स्थानीय निवासी नारायण लाल बताते हैं, हमें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी होटल या निजी बोरिंग पर निर्भर होना पड़ रहा है. सरकार जल ही जीवन है का नारा तो देती है, लेकिन यहां तो बूंद-बूंद के लिए लड़ाई हो रही है.
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