जहानाबाद. जिले में मंगलवार की रात और उसके बाद से रुक रुक कर हुई बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में जलजमाव हो गया है तो वहीं कई प्रमुख सड़कें कीचड़ से सनी हैं. हालांकि गुरुवार को थोड़ी बहुत बारिश हुई है, बावजूद इसके शहर में कई जगहों पर जलजमाव से लोग परेशान हैं. वहीं शहर की तमाम सके कीचड़ से सनी हुई है जिसके कारण लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शहर के मल्लाहचक मोड़ से एरोड्रम जाने वाली सड़क पर जगह जगह खासकर लोक नगर और पशु अस्पताल के आगे सड़क पर बने गड्ढे में बारिश का पानी जमा है. यही हाल उत्तरी दौलतपुर जाने वाली सड़क की भी है. दक्षिणी दौलतपुर जाने वाली सड़क पर कई जगहों पर बने गड्ढों में भी बारिश का पानी जमा हो गया है. शहर के एसएच 83 के किनारे भी कई जगहों पर सड़क किनारे जलजमाव से लोग परेशान हैं. स्टेशन, ऊंटा, पीएनबी और एसबीआइ बैंक सहित कई जगहों पर एमएच 83 के किनारे जगह-जगह पानी जमा है. खासकर फिदा हुसैन रोड से पंजाब नेशनल बैंक तक और इधर एसबीआइ के निकट थोड़ी सी बारिश होने पर ही सड़क किनारे पानी जमा हो जाता है. जहानाबाद कोर्ट जाने वाली सड़क पर बत्तीस भंवरिया और राजाबाजार नए रेलवे अंडरपास में जलजमाव और कीचड़ से लोग परेशान हैं. राजाबाजार के दक्षिणी दौलतपुर, सरगणेशदत्त नगर, सत्संग नगर सहित कई मुहल्लों में आने -जाने वाले रास्ते पर कहीं पानी लग रहा है तो कहीं कीचड़. इधर पुरानी बिजली कॉलोनी, मौर्या नगर, माले ऑफिस के निकट, बक्खो टोली, पुराना केला गोदाम और विष्णुगंज की गलियों में जहां-तहां जलजमाव से लोग परेशान हैं. बारिश से नाली का पानी सड़कों और गलियों में फैल गया है. बाजार की सड़कें सनी हैं कीचड़ से : शहर में बाजार की प्रमुख सड़कें कीचड़ से सनी हुई हैं. सबसे खराब स्थिति सब्जी मंडी की है. इसके अलावा शिवाजी पथ, सट्टी मोड, मेन रोड, अस्पताल रोड, थाना रोड, पीली कोठी से सब्जी मंडी जाने वाली सड़क और पुरानी अस्पताल रोड कीचड़ से पटी है, जिसके कारण लोगों को पैदल आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है. मुहल्लों में तो लोग आने-जाने के लिए ईंट बिछा रखे हैं. जलजमाव वाली जगहों पर लोगों को चप्पल उतार कर गंदे पानी में प्रवेश कर गुजरना पड़ता है. शिवाजी पथ का हाल बेहाल : मात्र एक दिन की बारिश में ही शिवाजी पथ का हाल बे हाल हो गया है. बारिश के दौरान पूरी सड़क पर बारिश का पानी जमा हो गया था, बारिश खत्म होने के बाद तो जमा पानी निकल गया लेकिन अभी भी पूरी सड़क कीचड़ से पटी है. सड़क पर करीब दो ईंच कीचड़ जमा है, जिसके कारण इस ओर से गुजरा लोगों के लिए मुश्किल हो गया है. सड़क का निर्माण करीब 15 साल पहले हुआ था. ढलाई से गिट्टी ऊपर उभर गयी है. इसके बाद जल नल योजना के तहत सड़क को काटकर पाइप पर बिछाई गयी थी. इसके बाद से सड़क का हाल और भी बेहाल हो गया है जगह-जगह गड्ढे बन गये हैं. सड़क काफी संकरी है. इससे लगी नाली भी काफी संकरी है. नाली की उड़ाई गर्मी मैं नहीं कराई गई जिसके कारण थोड़ी सी बारिश होने पर पानी ओवर फ्लो हो जाता है उस पर सड़क पर जमी धूल कीचड़ में तब्दील हो जाती है. बाजार की अन्य सड़कों को रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्मेंट को सौंप दिया गया है. जबकि शिवाजी पथ अभी भी नगर परिषद के अधीन है. इसके निर्माण के लिए योजना पास है किंतु इस इलाके में बहुत सारे मकान सड़क के लेवल में तो कुछ सड़क से नीचे चले गये हैं. ऐसे में इलाके के लोग सड़क की ढलाई खोज कर नई ढलाई करने की मांग कर रहे हैं. पुरानी ढलाई पर सड़क निर्माण से उनका मकान और भी नीचा हो जायेगा जिससे बारिश का पानी उनके मकान में चला जाएगा जिसके कारण लोग सड़क को और ऊंचा करने का विरोध कर रहे हैं. इसी कारण इस सड़क का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है. सब्जी मंडी की हालत सबसे खराब : बारिश होने पर सब्जी मंडी की हालत सबसे ज्यादा खराब हो जाती है. सब्जी मंडी एक ओर जहां यह शिवाजी पथ से जुड़ती है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल रोड से पीली कोठी होते हुए सड़क सब्जी मंडी तक आती है. सब्जी और फल विक्रेता अपनी सड़ी गली सब्जी और फल को सड़क पर ही फेंक देते हैं जिसके कारण सड़क पर और भी ज्यादा गंदगी फैली रहती है. इन सड़कों पर भी नल जल की पाइप बिछाने के कारण सड़क क्षतिग्रस्त हुई है. बारिश होने से पूरे सड़क की हालत नरकीय हो गयी है. लोग इधर से गुजरने से भी कतरा रहे हैं. फिदा हुसैन रोड और हवाई अड्डा मार्ग आरसीडी के अधीन : शहर का फिदा हुसैन रोड और हवाई अड्डा मार्ग रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट को सौंप दिया गया है. अब इसके रख-रखाव निर्माण का जिम्मा उसी का है. इससे पहले यह नगर परिषद के अधीन था. हालांकि आरसीडी इसे अपने अधीन नहीं मान रहा है. इसी कारण इस सड़क का निर्माण अधर में लटका हुआ है. दोनों सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बने हैं. हवाई अड्डा मार्ग की स्थिति और भी बुरी है. इन दोनों मार्ग से अलगना पईन गुजरा है जिसमें शहर भर की नालियां गिरती है. अलगना पइन का नाला काफी चौड़ा है. हर वर्ष इसकी ऊड़ाही के नाम पर लाखों रुपए खर्च होते हैं, बावजूद इसके थोड़ी सी बारिश होने पर ही दोनों सड़कों की स्थिति नारकीय हो जाती है. यही हाल मेन रोड का भी है. एनएच 22 के ऊंटा मोड़ से मलहचक मोड और सट्टी मोड तथा पीली कोठी होते हुए यह सड़क अस्पताल मोड पर फिर से एनएच 22 पर मिल जाती है. इस रोड को भी आरसीडी के हवाले कर दिया गया है. अब आरसीडी से इन सड़कों के निर्माण के लिए पहल किए जाने की प्रतीक्षा की जा रही है. गर्मी में नालों की नहीं हुई उड़ाही : इस साल भी गर्मी में शहर के नालों की उड़ाई नहीं करायी गयी जिसके कारण जब कभी बारिश हुई तो लोगों को भारी जल जमाव का सामना करना पड़ रहा है. शहर में ज्यादातर नाले जाम है जिससे होकर आम दिनों भी पानी धीरे धीरे निकलता है. बारिश हो जाने के बाद पानी नाले से गुजरने के बजाए सड़क पर फैल जाता है. मुहल्लों की स्थिति और भी बदतर है. नियमित रूप से नालों की सफाई नहीं होती जिसके कारण परेशानी बढी हुई है. राजाबाजार रेल अंडरपास और माले ऑफिस के निकट बक्खो टोली के पास सड़क पर तो परमानेंट मोटर लगा कर रखा हुआ है जिससे हर बार बारिश के बाद नये रेल अंडरपास और सड़क पर से पानी को निकाला जाता है. बिहार सरकार ने जहानाबाद शहरी क्षेत्र को भी जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए करोड़ों की योजना पास की है अब यह योजना कब अमल में आती है और कब आरसीडी अपने अधीन की सड़कों का निर्माण करती है.
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