करपी . झिकटिया-बद्दोपुर पथ पर कुइया खाड़ में एक पुल नहीं रहने के कारण प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोगों को कुछ माह छोड़ अन्य महीनों में आवागमन के लिये काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्रखंड मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस कुइया खाड़ कई गांवों के किसानों के खेतों की सिंचित करने के लिये वरदान साबित होता है तो आवागमन के लिये परेशानियां. जानकारी के अनुसार यह कुइया खाड़ बरसात के दिनों में पानी संग्रहित करने वाला एक बड़ा सा झील है जिसमे बरसात के दिनों में पुनपुन नदी की पानी आकर संग्रहित हो जाती है जिससे कि बद्दोपुर, हलालपुर, सवनपुरा, मर्दनबीघा, झिकटिया,बारा समेत अन्य गांवों के खेतों को सिंचित करता है, तो वहीं इस स्थान पर एक अदद पुल नहीं रहने के कारण बद्दोपुर, सवनपुरा, कावरिया, महासिचक, हलालपुर, शंकरबिगहा समेत अन्य गांव के लोगों को खासकर बरसात के दिनों में तो किंजर या करपी बाजार जाने के लिये भी सोचना पड़ता है. ऐसी बात नही की इन गांव के लोग एमपी एवं विधायक से पुल निर्माण करवाने के लिये आग्रह नहीं करते लेकिन आज तक आश्वासन के सिवा कुछ नहीं लोगों को मिला. यहां तक कि पुलिया बाबा से मशहूर पूर्व स्थानीय विधायक सत्यदेव कुशवाहा भी अपने 10 साल के प्रतिनिधितत्व में पुल नहीं बना सके थे. अब लोगों को नये विधायक बागी कुमार वर्मा व सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव पर नजर टिकी है. जबकि झिकटिया-बारहमाइल पथ से कुइया खाड़ तक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से सड़क का भी निर्माण पिछ्ले चार वर्ष पूर्व हो चुका है लेकिन एक पुल के नही होने के कारण यह सड़क एक तरह से अनुपयोगी ही साबित हो रही है. वाहनों से करपी प्रखंड मुख्यालय आने के लिए लोगों को किंजर, मिर्जापुर, शान्तिपुरम, इमामगंज होते हुए लम्बी दूरी तय करने पड़ रहे हैं.
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