अरवल
. राज्य सरकार बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चलाती है. सरकार के गव्य विकास के तहत गौ पालन, समग्र गव्य विकास योजना, देसी गौ पालन प्रोत्साहन योजना, समग्र भैस पालन योजना चला रही है़. इस योजना के तहत देसी गाय पालने पर बिहार सरकार की तरफ से 40 से लेकर 75 फीसदी तक का अनुदान मिलेगा. दरअसल राज्य सरकार के इस योजना का उद्देश्य दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ रोजगार को बढ़ावा देना है. राज्य सरकार के इस योजना के तहत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों को 75 प्रतिशत.
वहीं अन्य को 40 प्रतिशत की सब्सिडी है. इस योजना की खास बात ये है कि भूमिहीन किसान, लघु किसान, गरीबी रेखा से नीचे वाले लोग और सीमांत किसान लाभ उठा सकते हैं. बेरोजगार युवक-युवतियों और किसानों को डेयरी की स्थापना कर अपने लिए स्वरोजगार पाने का सुहनरा मौका दे रही है. इसके लिए पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने गाय और भैंस पालन से संबंधित कई योजनाओं में अनुदान का लाभ उठाने के लिए आवेदन आमंत्रित किया है. इन सभी योजना का लाभ उठाने के लिए 25 जुलाई 2025 तक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. बिहार सरकार की इन योजनाओं से राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार दिलाने में मदद मिलेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है