मोहनिया शहर. सरकार द्वारा शिक्षा में सुधार के लिए लाख प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन आज भी विद्यालयों में शिक्षकों और कमरों का घोर अभाव है, जिसके कारण छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. कुछ इसी तरह की स्थिति मोहनिया शहर में स्थित इकलौता बच्चियों के लिए सरकारी इंटर स्तरीय प्रोजेक्ट शांति गर्ल्स विद्यालय में देखने को मिला, जहां शिक्षक और कमरों के अभाव में बच्चियों की पढ़ाई बाधित हो रही है. विद्यालय में 1106 छात्राओं का नामांकन है, लेकिन इन बच्चियों को पढ़ाने के लिए महज सात शिक्षक ही नियुक्त हैं. इस स्थिति में सोच सकते है की आखिर इन बच्चियों का भविष्य कैसे संवर रहा है. मोहनिया शहर का इकलौता बच्चियों के लिए प्रोजेक्ट शांति गर्ल्स हाई स्कूल वार्ड नौ में स्थित है, जहां पिछले कई वर्षों से शिक्षक का अभाव है. सबसे चौकाने वाली बात यह है कि इस विद्यालय में सात शिक्षक कार्यरत है. लेकिन इन सात शिक्षकों में एक फिजिकल, दूसरे म्यूजिक व तीसरे चित्रकला विषय के शिक्षक हैं, जिससे बाकी बचे तीन शिक्षकों के जिम्मे भूगोल, अंग्रेजी सहित अन्य विषयों की पढ़ाई हैं. इस तरह की व्यवस्था देख सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां बच्चियों की पढ़ाई भगवान भरोसे है. विद्यालय में नौवीं में 305, 10वीं में 350 छात्राओं का नामांकन है. इसके साथ ही 11वीं में 280 व 12वीं में 356 छात्राओं का नामांकन हैं. # प्लस टू में 636 छात्राओं का नामांकन, शिक्षक एक शहर में स्थित प्रोजेक्ट शांति गर्ल्स हाई स्कूल में प्लस टू में 11वीं व 12वीं में कुल 636 छात्राओं का नामांकन है, जिन छात्राओं को पढ़ाने के लिए महज एक शिक्षक है, जो कंप्यूटर साइंस के नियुक्त है. यहां माध्यमिक शिक्षक ही किसी तरह पढ़ाते हैं. हालांकि, इस गंभीर समस्या को लेकर विभाग भी अवगत हैं, लेकिन आज तक इस पर ध्यान नहीं दिया गया. सबसे हैरानी की बात है कि केवल हाजिरी बनाने के लिए बच्चियां स्कूल जाती हैं. लेकिन शिक्षक के अभाव में पढ़ाई नहीं होने से घर वापस लौट आती है. जानकारी के अनुसार, शिक्षक के तीसरा चारण में हुई बहाली के बाद भी इस बार एक भी शिक्षक की नियुक्ति यहां नहीं की गयी. # साइंस व मैथ्स के लिए एक भी शिक्षक नहीं शहर के स्टेशन रोड में स्थित प्रोजेक्ट शांति गर्ल्स हाइस्कूल को भले ही इंटर स्तरीय का दर्जा मिला हो, लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है की शिक्षक की लगातार हो रही बहाली के बाद भी साइंस, मैथ, संस्कृत, हिंदी सहित कई महत्वपूर्ण विषय के शिक्षक की नियुक्ति यहां नहीं की गयी. यहां किसी तरह भगवान भरोसे छात्राएं पढ़ाई करने को विवश हैं, लेकिन इस समस्या को लेकर विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. # विद्यालय में कमरों का भी घोर अभाव मोहनिया के स्टेशन रोड में स्थित छात्राओं के लिए इकलौता विद्यालय प्रोजेक्ट शांति गर्ल्स विद्यालय में शिक्षक के साथ कमरों का भी घोर अभाव है. जानकारी के अनुसार, विद्यालय में कुल 1106 छात्राओं का नामांकन है, लेकिन महज एक दर्जन ही कमरे हैं. इनमें भी कार्यालय, पुस्तकालय सहित कई कमरे क्षतिग्रस्त हैं, ऐसे में बाहर नीचे फर्श पर बैठकर छात्राएं परीक्षा देती हैं. इतना ही नहीं बारिश के समय में हमेशा विद्यालय में पानी भर जाता है, जो विभाग द्वारा किये जा रहे शिक्षा को लेकर व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है. # क्या कहते हैं प्रधानाध्यापक इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया विद्यालय में शिक्षक की घोर कमी है. शिक्षण कार्य के लिए केवल छह शिक्षक हैं, जिसमे मैथ्स, साइंस सहित कई महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं है. जबकि, इंटर में सारे विषय के लिए एक शिक्षक है और वह भी कंप्यूटर के हैं. इससे किसी तरह विद्यालय का पठन पाठन चल रहा है. कमरों की बात हुई, तो बताया विभाग द्वारा कमरे के निर्माण के लिए आबंटन आया है.
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