पुसौली़ कुदरा प्रखंड की बहेरा पंचायत स्थित भेलमा गांव के सिवान में लगी करीब 50 एकड़ से अधिक धान की फसल डूब गयी है. इसके कारण किसान काफी परेशान हैं. पानी की निकासी होनी से जलजमाव की समस्या गंभीर हो गयी है. पिछले दिनों हुई बारिश के बादपानी अब भेलमा गांव के सीमान में पहुंच गया है. इससे ताल स्थित करीब 50 एकड़ धान की फसल डूब गयी है. किसानों का कहना है कि धान की फसल हर साल डूबने से बर्बाद हो जाती है. किसान हर बार अधिकारियों से पानी के निकासी की व्यवस्था को लेकर गुहार लगाते हैं, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता. इसका नतीजा यह है की किसानों के सालभर की कमाई आंखों के सामने बर्बाद हो रही है. भेलमा गांव के सिवान स्थित 50 एकड़ धान की फसल दो दिन से डूबी है. लगभग दो फुट पानी लगा है. बर्बाद हो रही फसल को देख किसानों की आंखों से आंसू निकल रहे हैं. किसानों का कहना है कि मोटर पंप चलकर किसी तरह धान की रोपनी की थी. खेत की जुताई से लेकर रोपाई व खाद का खर्च लगाने के बाद अब उनकी फसल पानी में डूब गयी है. इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ झलक रही है.
क्या कहते हैं किसान
पिछले दिनों हुई बारिश का पानी भेलमा सीवान तक पहुंच गया हैं. इसके कारण 50 एकड़ से अधिक धान की फसल डूब गयी है. लेकिन अधिकारी भी इसे लेकर ध्यान नहीं दे रहे हैं.– पवन सिंह, किसान
हजारों रुपये खर्च कर धान की खेती की थी. पानी निकास की व्यवस्था नहीं होने के कारण धान के फसल में पानी जमा हो गया हैं. करीब दो फुट पानी खेत में लगा है. फसल पूरी तरह से डूब गयी है. आंख के सामने ही फसल बर्बाद हो रही है. लेकिन, हमलोग कुछ नहीं कर पा रहे हैं.– मुन्ना सिंहB
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