भगवानपुर. चैत्र नवरात्र के चतुर्थी को हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता मुंडेश्वरी धाम पहुंचे. भक्तों ने मां दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्मांडा का दर्शन-पूजन कर सुख-समृद्धि मांगी. दर्शन-पूजन के लिए हजारों की भीड़ मुंडेश्वरी धाम पहुंची थी. सीढ़ियों के हिस्से से लेकर देवी मंदिर तक दर्शनार्थियों की लंबी कतारें पूरे दिन लगी रहीं. वहीं, सड़क के रास्ते न जाते हुए कुल 560 सीढ़ियों वाले रास्ते से धाम पहुंचने वाले देर दराज से आये श्रद्धालु थककर बीच-बीच में बने आराम गृह में आराम फरमाने के साथ-साथ नलों के पानी से अपनी-अपनी प्यास बुझाते नजर आये.
दोपहर में माता के विश्राम के लिए आधा घंटा बंद रहता है मंदिर का पट
प्रत्येक दिन दोपहर में माता मुंडेश्वरी के मंदिर के पट को आधा घंटा के लिए धार्मिक न्यास समिति के पुजारियों द्वारा बंद रखा जाता है. बताया जाता है कि आस्थावान भक्तों को दर्शन देने के बीच उक्त काल में माता आदिशक्ति विश्राम करती हैं. ऐसे में बुधवार को माता रानी के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे कई श्रद्धालु भी उनके विश्राम के घड़ी में लाइन में खड़े होने के बजाय, वहीं बैठकर आराम फरमाते, तो कई मन-हीं-मन उनका मनन करते नजर आये.– स्काउट गाइड के 40 बच्चे श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन में कर रहे सहयोगचैत्र नवरात्र को देखते हुए करीब 40 की संख्या में स्काउट गाइड के बच्चे की श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन में सहयोग करने के लिए मुंडेश्वरी धाम में ड्यूटी में लगायी गयी हैं. इनमें कई महिला स्काउट गाइड भी शामिल हैं. धार्मिक न्यास समिति के अकाउंटेंट गोपाल कृष्ण वाजपेयी ने बताया कि साल में पड़ने वाले दोनों हीं नवरात्र में स्काउट गाइड के बच्चों का मुंडेश्वरी धाम में अहम योगदान रहता है. जहां, उनके इस समर्पण भाव को देखते हुए न्यास के सचिव अशोक कुमार सिंह द्वारा उन्हें प्रत्येक नवरात्र के समापन पर प्रोत्साहित व सम्मानित भी किया जाता रहा है.
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