= मुआवजा भुगतान को लेकर रैयतों के साथ पदाधिकारियों की हो रही बैठक प्रतिनिधि, भभुआ भारतमाला परियोजना के तहत जिले में बनाये जाने वाले कोलकाता-बनारस एक्सप्रेसवे के निर्माण में अधिग्रहित भू-धारियों को मुआवजा भुगतान करने के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया जायेगा. गौरतलब है कि आर्बिट्रेटर न्यायालय के आदेश पर दिये जाने वाले मुआवजा को लेकर रामपुर और भगवानपुर अंचल के 27 मौजों में अधिग्रहित किये गये भूमि का मुआवजा अब तक जिन रैयतों ने नहीं प्राप्त किया है. उन रैयतों को मुआवजा भुगतान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पांच अगस्त तक विशेष शिविर का आयोजन किया जाना है. साथ ही किसानों से अपील की गयी है कि मुआवजा भुगतान को लेकर आवश्यक कागजातों जिसमें खसरा, खतियानी, कब्जा प्रमाण पत्र, करेंट लगान रसीद, एलपीसी, रैयत की मृत्यु होने पर वारिस प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक की प्रति, आधार कार्ड व पैन कार्ड की प्रति, गैर न्यायिक स्टांप पर शपथ पत्र, पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, न्यायालय आदेश के प्रति को लेकर विशेष शिविर में पहुंचे. इसी क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी भभुआ द्वारा चांद, चैनपुर तथा भगवानपुर अंचल में जाकर भू धारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी. बैठक में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी और संबंधित अंचलाधिकारी भी शामिल थे. बैठक में रैयतों से आग्रह किया गया कि वे अपने जमीन के मुआवजा भुगतान के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कागजात समर्पित करें. इधर, शनिवार को रामपुर प्रखंड के अकोढी व टेटिहां राजस्व ग्राम और भगवानपुर प्रखंड के ओरा तथा दुबौली राजस्व ग्राम में लगाये गये विशेष शिविर का जिला भू-अर्जन पदाधिकारी द्वारा निरीक्षण भी किया गया और कहा गया भू धारियों के समस्या का मौके पर ही समाधान कराया गया.
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