चौसा. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत घोषई में नागपंचमी मेले के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय नाटक मंचन का उद्घाटन बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव ने किया. उपाध्यक्ष ने कहा कि घोषई की पीढ़ी दर पीढ़ी अपने लोककला को अनवरत सहेजने में सफल रहा है. जहां एक तरफ आज मोबाइल ने युवाओं के अंदर की साहित्यिक, सांस्कृतिक विरासत को लगभग निगल सा गया है. वहीं दूसरी तरफ घोषई के युवा आज भी अपने सांस्कृतिक विरासत को सहेजने में सफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम वादा करते हैं कि माता भगवती के इस मंच को जल्द ही पक्कीकरण करते हुये सुसज्जित एवं सुव्यवस्थित करवाया जायेगा. वहीं आम जनता ने खेल मैदान की मांग की. वहीं मंचासीन कम्युनिस्ट नेता श्यामसुंदर शर्मा ने कहा कि सीखने की सबसे अच्छी प्रक्रिया वही है, जिसे हम देख कर सीखते हैं. नाटक मंचन हमारे अभिव्यक्ति के विकास में सहायक होता है. शायर गोपाल दास ने अपनी शायरी के माध्यम से आज की सामाजिक रूढ़िवादी समस्या पर चोट करते हुये लोगों की खूब तालियां बटोरी. सरपंच दिनेश शर्मा ने विधानसभा उपाध्यक्ष के सामने मंदिर को स्टेट हाइवे से जोड़ने वाले पहुंच पथ के अतिक्रमण का मुद्दा उठाया. वहीं मुखिया पप्पू शर्मा ने मेला को आपसी मेलजोल एवं समाजिक सौहार्द बढ़ाने में सहायक बताया. कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक यादव व संचालन अजय खुश्बू ने किया. मौके पर बीस सूत्री सदस्य अमित झा, जदयू नेता दिलीप मंडल, कुंदन घोषईवाला, रमण यादव, वार्ड सदस्य मिथुन मिस्त्री, नरेश यादव, अरविंद शर्मा, धनेश्वर मंडल, विंदेश्वरी दास, बबलू झा, राकेश झा, विकास मंडल, भूपेंद्र साह, पंकज पासवान, पिंकू पासवान, फुल कुमार मिस्त्री, छोटू ठाकुर अभिषेक पासवान आदि उपस्थित थे.
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