रक्सौल. नेपाल के सीमावर्ती शहर वीरगंज महानगरपालिका ने आगामी आर्थिक वर्ष 2082-83 (नेपाली कैलेंडर) के लिए 3 अरब 22 करोड़ 48 लाख 49 हजार रुपये (नेपाली करेंसी) का अनुमानित बजट प्रस्तुत किया है. सोमवार को आयोजित नगरसभा के 17वें अधिवेशन में महानगर के उपप्रमुख इम्तियाज आलम ने यह बजट प्रस्तुत किया. यह बजट चालू वित्तीय वर्ष की तुलना में लगभग 33 करोड़ रुपये अधिक है. चालू वर्ष के लिए महानगर का बजट 2 अरब 89 करोड़ 48 लाख 17 हजार रुपये था. उपप्रमुख आलम ने बताया कि कुल बजट में से 2 अरब 26 करोड़ 50 लाख 49 हजार रुपये यानी 70.24प्रतिशत राशि चालू खर्च के लिए, 92 करोड़ 34 लाख (28.64प्रतिशत) पूंजीगत खर्च के लिए तथा 3 करोड़ 64 लाख (1.12प्रतिशत) वित्तीय प्रबंधन के लिए प्रस्तावित है. जिसमें आय के प्रमुख स्त्रोत में आंतरिक राजस्व से 1 अरब 15 करोड़, संघीय वित्तीय सहायता से 1 अरब 37 करोड़ 30 लाख, संघीय राजस्व मद से 23 करोड़ 78 लाख, प्रदेश वित्तीय मद से 5 करोड़ 29 लाख, प्रांतीय राजस्व मद से 1 करोड़ 67 लाख 13 हजार, नये घर और जमीन के रजिस्ट्रेशन से 25 करोड़, नगद शेष राशि 15 करोड़ को ध्यान में रखते हुए बजट तैयार किया गया है. उपप्रमुख आलम ने बताया कि आगामी वर्ष के बजट की प्राथमिकताओं में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यटन, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, गुणवत्तापूर्ण भौतिक पूर्वाधार और डिजिटल सेवाओं का विस्तार शामिल हैं. नगर सभा के दौरान मेयर राजेशमान सिंह ने 90 बिंदुओं पर आधारित नीति और कार्यक्रम प्रस्तुत किए. मेयर श्री सिंह ने वीरगंज को वैभव वीरगंज के रूप में विकसित करने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं घोषित कीं. जिसमें वीरगंज-17 के अलौ में स्थित ऐतिहासिक स्थल पर संग्रहालय का निर्माण होगा, जहां जंगबहादुर राणा द्वारा 1904 में राजा राजेन्द्र विक्रम शाह को कैद किए जाने की ऐतिहासिक घटना से जुड़ी सामग्रियांं प्रदर्शित की जाएंगी. नेपाल की पहली रेलवे सेवा (रक्सौल–अमलेखगंज) की 100वीं वर्षगांठ पर पुराने रेलवे संरचनाओं को सुरक्षित रखते हुए संग्रहालय की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा वीरगंज के घंटाघर क्षेत्र में वर्षों से खाली पड़ी सार्वजनिक भूमि पर आधुनिक, हरित और सुव्यवस्थित उद्यान का निर्माण होगा. महानगर के द्वारा आदर्श अस्पताल का निर्माण होगा. जबकि शिक्षा क्षेत्र के लिए सभी सामुदायिक स्कूलों में “एक स्कूल, एक स्मार्ट कक्षा” कार्यक्रम, “एक स्कूल, एक लैपटॉप और एक प्रिंटर” योजना सहित अन्य योजना घोषित की गयी है. वहीं भोजपुरी भाषा और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी सम्मेलन का आयोजन भी प्रस्तावित है. नगरसभा की अध्यक्षता मेयर सिंह ने की, जिसमें प्रमुख प्रशासकीय अधिकारी अरविंदलाल कर्ण, सभी 32 वार्डों के अध्यक्ष, कार्यपालिका सदस्य, कर्मचारी मौजूद रहे.
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