Motihari: मोतिहारी. फाइलेरिया के कारण पुरुषो का हाइड्रोसील बड़ा हो जाता है, इसमें सूजन हो जाता है. स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले के सदर अस्पताल मोतिहारी में मंगल, बुध, शुक्रवार क़ो निःशुल्क ऑपरेशन किया जाता है. वहीं जिले के छह अनुमण्डलीय अस्पताल में भी इसका ऑपरेशन चिकित्सकों के द्वारा किया जाता है. जिले में सबसे ज्यादा सर्जरी सदर अस्पताल मोतिहारी के बाद दूसरा अनुमण्डलीय अस्पताल चकिया में हुई है. आकड़ों के अनुसार अबतक कुल 477 हाइड्रोसील फाईलेरिया मरीजों की सर्जरी हुई है. इनमें वर्ष 2025 में 42 मरीजों का ऑपरेशन हुआ है. इस संबंध में भीडीसीओ सत्यनारायण उरांव, रविंद्र कुमार ने बताया की सभी पीएचसी, अनुमण्डलीय अस्पताल में फाइलेरियारोधी दवाई उपलब्ध है. डीभीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया की हाइड्रोसील के उपचार के लिए नि:शुल्क ऑपरेशन किया जाता है, जो बहुत ही आसान होता है. हाइड्रोसील फाइलेरिया की समस्या मरीज के लिए तकलीफदेह होती है, हालांकि इसका ऑपरेशन व ईलाज उपलब्ध है. डीभीडीसीओ ने अपील किया की अगर आसपास किसी व्यक्ति में हाइड्रोसील फाइलेरिया का मरीज मिले तो सदर अस्पताल या अनुमण्डलीय अस्पताल में निःशुल्क ऑपरेशन कराकर इसका लाभ उठायें.
तरल पदार्थ के संचय से होगा है सूजन
हाइड्रोसील एक चिकित्सा स्थिति है. जिसमें अंडकोश (स्क्रोटम) में तरल पदार्थ का संचय हो जाता है. यह स्थिति अंडकोश के चारों ओर सूजन का कारण बनती है. हाइड्रोसील आमतौर पर दर्द रहित होती है और इसे गंभीर नहीं माना जाता, लेकिन यह असहज हो सकती है और कभी-कभी दर्द का कारण भी बन सकती है.हाथी पांव मरीज को दवा लेना जरूरी
हाथी पांव का कोई इलाज नहीं है. इससे बचने के लिए वर्ष में एकबार डीइसी व अल्बेण्डाजोल की गोली का सेवन जरुर करना चाहिए. हाथी पांव के मरीजों क़ो अंगों की साफ सफाई व व्यायाम स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा सिखाई जाती है. विभागीय स्तर पर किट का वितरण भी किया जाता है. जिसमें एक टब, मग, तौलिया, साबुन, विशेष चप्पल और दवा सहित कई अन्य प्रकार की सामग्रियां रहती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है