Motihari : मोतिहारी.शहर के चांदमारी एमएस कॉलेज फिल्ड के बगल में एक सनकी ने पड़ोस के युवक के पेट में चाकू घोंप दिया. चार घंटे बाद युवक की मौत हो गयी. घटना शुक्रवार सुबह करीब चार बजे के आसपास की है. मृतक रूपेश कुमार (25) चांदमारी एमएस कॉलेज फिल्ड के बगल का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी आलाेक कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया. आलोक रामगढ़वा के सिंघासनी गांव का रहने वाला है. चांदमारी एमएस कॉलेज फिल्ड के बगल में मृतक के घर के सामने भाड़े के मकान में रहकर पढाई करता है. बताया जाता है कि आलोक का रूपेश के घर से अच्छा संबंध था. उसके यहां आना-जाना व खाना-पीना भी होता था. गुरुवार रात रूपेश के साथ उसके कमरे में ही आलोक सोया हुआ था.ढाई-तीन बजे के आसपास किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई. आलोक गुस्से में आकर रूपेश के पेट में चाकू घोंप दिया. जख्मी हालत में रुपेश अस्पताल जाने के लिए खूद कार लेकर घर से निकला. शहर के राजाबाजार बापूधाम प्रेक्षागृह के पास ड्राइविंग सीट पर ही वह बेहोश हो गया, जिसके कारण कार अनियंत्रित होकर तीन महिला राहगीरों को धक्का मारते हुए पटल गयी. दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया. वहीं कार से जख्मी हालत में रूपेश को निकाल रहमानिया अस्पताल में भर्ती कराया. वहां जाने पर पता चला कि कार सवार युवक चाकू से जख्मी था. इलाज के लिए वह खूद गाड़ी ड्राइव कर अस्पताल जा रहा था. नगर इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसने अपना जुर्म कबूल किया है. परिजनों के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जायेगा.
रूपेश दवा एजेंसी का था मैनेजर, कागजी काम के समय हुई थी बकझक
मोतिहारी . शहर के चांदमारी एमएस कॉलेज फिल्ड के बगल के रहने वाले ओमप्रकाश गुप्त का पुत्र रूपेश अपने कमरे में कागजी काम का निपटारा कर रहा था. उसके साथ कमरे में सामने के मकान में भाड़े पर रहने वाला सनकी आलोक भी था. किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गयी, जिसके बाद आलोक ने पॉकेट से चाकू निकाला और रूपेश के पेट में घोंप दिया. आलोक को जब पुलिस पकड़ कर ले गयी. उससे पूछताछ कि तो उसने बताया कि उसे बहुत जल्द गुस्सा आ जाता है. उसने पुलिस को बताया कि रूपेश चाचा की बात मुझे खराब लगा. गुस्से में आकर मैंने उनके पेट में चाकू घोंप दिया. हमसे बहुत बड़ी गलती हो गयी है. बताया जाता है कि चाकू लगने के बाद रूपेश व आलोक एक ही कमरे में आधा घंटे तक बंद रहे. स्थिति बिगड़ते देख आलोक ने दरवाजा खोल कर रूपेश को बाहर निकाला. उसे पानी भी पिलाया. कहा कि जल्दी हॉस्पिटल जाओ,हम तुम्हारे घरवालों को भेजते हैं. रूपेश ने जख्मी हालत में अस्पताल जाने के लिए घर से निकला. इस बीच आलोक ने रूपेश के भाई के पास फोन किया.उससे कहा कि मुझसे बड़ी गलती हो गयी है, गुस्से में आकर रूपेश चाचा को चाकू मार दिये हैं. आदित्य को उसने फोन पर यह भी बताया कि रूपेश चाचा का मोबाइल नहीं लगा रहा. उसकी बातें सुन घरवाले हैरान रह गये. आनन-फानन में परिजन रूपेश की खोज में घर से निकले तो पता चला कि उसकी कार राजाबाजार बापूधाम प्रेक्षागृह के सामने दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है, जिसमें मॉर्निंगवाक पर निकली तीन महिलाएं को गंभीर चोट आयी है. परिजन घटना स्थल पर पहुंचे, जहां से रूपेश को इलाज के लिए शहर के एक निजी नर्सिंग होम लेकर गये. सुबह करीब आठ-नौ बजे के आसपास उसकी मौत हो गयी.रूपेश की कार पहले पेड़ से टकरायी, उसके बाद राहगीरों ठोकर मार पलटी
बताया जाता है कि ड्राइविंग सीट पर मूर्छित होने के कारण रूपेश की कार अनियंत्रित होकर पहले पेड़ से टकरायी, उसके बाद सड़क किनारे टहल रही तीन महिलाओं को ठोकर मारते हुए सड़क किनारे पलट गयी. कार की ठोकर से शहर के शशिरंजन सिंह की पत्नी प्रियंका सिंह, उनकी बेटी श्रेया कुमारी व उनकी भाभी रेणू देवी शामिल है. तीनों को गंभीर चोट आयी है. इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है