रक्सौल . दरभंगा से आनंद विहार टर्मिनल और लखनऊ (गोमतीनगर) के बीच चलने वाली अमृत भारत सुपरफास्ट ट्रेनों का ठहराव भले ही रक्सौल में रेलवे के द्वार दिया गया है, लेकिन रक्सौल जैसे अतिमहत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन से इन ट्रेनों की शयनयान श्रेणी में कोटा निर्धारित नहीं किया गया है. जब देश की पहली अमृत भारत ट्रेन की शुरू अयोध्या धाम जंक्शन से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा की गयी थी, उस वक्त स्थानीय सांसद डॉ. संजय जायसवाल के द्वारा रक्सौल स्टेशन पर आयोजित स्वागत समारोह के दौरान यह घोषणा की गयी थी कि अमृत भारत ट्रेन में रक्सौल जंक्शन का कोटा निर्धारित किया जायेगा. यानि इस ट्रेन में रक्सौल का कुछ कोटा निर्धारित रहता, जो कि केवल रक्सौल से आरक्षण कराने वाले यात्रियों को मिलता. लेकिन अब तक यह कोटा निर्धारित नहीं किया जा सका है. अब एक दूसरी नयी अमृत भारत ट्रेन चल रही है जो कि दरभंगा से रक्सौल होकर लखनऊ गोमतीनगर तक जायेगी. इसमें भी रक्सौल का कोटा निर्धारित नहीं किया गया है. रक्सौल नेपाल की सीमा पर बसा होने के कारण पूर्व मध्य रेलवे का एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है, बावजूद रेलवे के द्वारा इन ट्रेनों में रक्सौल का कोटा निर्धारित नहीं किया गया है. स्थिति यह होती है कि दरभंगा और गोरखपुर का जो कोटा इस ट्रेन में निर्धारित है, उसी में रक्सौल के लोगों को टिकट लेना होता है. यहीं कारण है कि रक्सौल से अमृत भारत ट्रेन में हमेशा टिकट की उपलब्धता नहीं होती है. स्थानीय निवासी सोनू कुमार मंडल ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि रेलवे को अमृत भारत ट्रेन के आरक्षित कोच में रक्सौल के लिए कुछ कोटा निर्धारित करना चाहिए. इससे रक्सौल व नेपाल के लोगों को लाभ मिलता, केवल ट्रेन का स्टॉपेज देने मात्र से लोगों को सुविधा नहीं मिल जाती है. ट्रेन में बैठने की जगह भी होनी चाहिए.
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