Motihari: सिकरहना. हज मुआविन दफ़्तर, ढाका के तत्वावधान में चैनपुर ढाका के जामा मस्जिद में हाजियों के अभिवादन में सोमवार को एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.समारोह में हज से जुड़ी अरकानों पर चर्चा की गयी. मिशन एजुकेशन के संयोजक आलम फ़िरोज़ ने कहा कि हज फर्ज़ होने के बावजूद अगर कोई मुसलमान हज नहीं करता है तो ये उसके लिए बड़ी महरूमी की बात है. शिवहर सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ रिज़वान राशिद ने कहा कि हज नौजवानी की इबादत है क्योंकि व्यक्ति उस समय सेहतमंद होता है. हज के प्रति जागरूकता लाने की सख्त ज़रुरत है.अभिनन्दन समिति, ढाका के संयोजक मिन्हाजुल हक़ चंपारणी ने हज-2026 के गाइड लाइन को विस्तार से बताया. कहा कि इस वर्ष भारतीय हज कमेटी ने हाजियों की सुविधा को बढ़ाते हुए छोटा हज और बड़ा हज का भी प्रावधान रखा है.छोटा हज अर्थात 20 व बड़ा हज 42 दिनों का. हाजी चुन्नू ने बताया कि हज 2026 के लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी है,जिसकी अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 है. इस मौके पर हज यात्रा 2025 से लौटने वाले हाजियों ने अपने अनुभव को साझा किया जिनमें हाजी नथुनी,मो वलीउल्लाह,मो हदीस, मरगुबूल हसन, अब्दुस सुब्हान, मो जफ़िर आलम, मो शब्बीर, रशीद, मो शमसाद, शमसुल होदा वगैरह के नाम शामिल हैं.कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना अब्दुल बाक़ी ने किया जबकि संचालन संयोजक मिन्हाजुल हक़ चम्पारणी ने किया. इस अवसर पर अभिनन्दन समिति के सदस्य मो नाज़िम , डॉ हसीन आलम, ई०मो दानिश, अली मोहम्मद इत्यादि शामिल थे.
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