Motihari: मोतिहारी. महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी ने अपने स्थायी परिसर की स्थापना की दिशा में अब तक की सर्वाधिक महत्वपूर्ण उपलब्धि अर्जित करते हुए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) शुक्रवार को को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय को औपचारिक रूप से प्रस्तुत कर दी. यह ऐतिहासिक कदम कार्यकारी परिषद् की 41वीं (विशेष) बैठक में डीपीआर को सर्वसम्मति से स्वीकृति मिलने के चौबीस घंटे के भीतर ही संपन्न हुआ. डीपीआर का प्रस्तुतीकरण नई दिल्ली स्थित शिक्षा मंत्रालय में विश्वविद्यालय की ओर से प्रो. प्रसून दत्त सिंह एवं सहायक कुलसचिव दिनेश हूडा द्वारा किया गया. इस महत्वपूर्ण अवसर पर कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा की यह विस्तृत परियोजना रिपोर्ट केवल भवन निर्माण की भौतिक- योजना मात्र नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय की बौद्धिक आत्मा और राष्ट्रीय अकादमिक-दृष्टि का विस्तार है. यह स्थायी परिसर भविष्य के भारत को गढ़ने वाले नवाचारशील, चिंतनशील और सामाजिक रूप से उत्तरदायी नागरिकों की निर्माणशाला बनेगा. यह सब विश्वविद्यालय परिवार की एकजुटता, परिश्रम और प्रतिबद्धता से ही संभव हो सका है. वहीं मंत्रालय में डीपीआर प्रस्तुति के उपरांत प्रो. प्रसून दत्त सिंह ने कहा की यह परियोजना रिपोर्ट केवल एक निर्माण योजना नहीं, बल्कि महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक भविष्य और संस्थागत आत्मबल का उद्घोष है.जन संपर्क प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. श्याम नन्दन ने कहा कि ”इस ऐतिहासिक पहल के साथ एमजीसीयू अब अपने स्थायी परिसर की दिशा में निर्णायक पथ पर अग्रसर है. आगामी चरणों में मंत्रालयीय अनुमोदन के पश्चात निर्माण कार्य प्रारंभ होने की संभावना है, जो विश्वविद्यालय के लिए एक नया युग आरंभ करेगा. ””””
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