मोतिहारी. जेष्ठ का महीना समाप्त होने को है, लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे है. इस बीच तपती दोपहरी, भीषण गर्मी, गर्म हवा के थपेड़ों और चिलचिलाती धूप की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. सूर्योदय के साथ ही दिन में जो गरमाहट शुरू हो रही है. उसका असर देर रात तक भी जारी रहता है, जो परेशानी का सबब बना हुआ है. आलम यह है कि पूर्वाह्न 10 बजे के बाद लोग घर से बाहर निकलने से गुरेज कर रहे है. हालांकि कामकाजी महिलाओं और पुरूषों को मजबूरी में अपने स्थान तक जाना मजबूरी है. सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर वर्ग के लोगों को उठानी पड़ रही है. जिन्हे अपनी रोजी-रोटी के लिए मजबूरन धूप की परवाह किये बगैर कार्य में लगे रहना पड़ रहा है.
– गर्मी को देखते हुए पेय पदार्थों और रसदार फलों की बढ़ी डिमांडतापमान बढ़ने के साथ ही गर्मी से निजात पाने के लिए मौसमी फलों मसलन तरबूज, खीरा, ककड़ी, आम आदि मौसमी फलों की मांग बढ़ गयी है. अन्य फलों की तुलना में इन फलों की बिक्री जोरों पर है. इससे स्थानीय स्तर पर फलों की खेती करने वाले लोगों को अच्छी आमदनी हो रही है.वही इन फलों के सेवन से आमलोगों को गर्मी से थोड़ा राहत मिल रही है. कई फल दुकानदारों ने बताया कि गर्मी के मौसम में सर्वाधिक दामों में तेजी सेब 220, केला 40, अनार 180 और तरबूज 40 से 50 रूपये प्रति किलो जैसे रसदार फलों में तेजी आयी है.बारिश नहीं होने से पिछड़ रही है खेती
किसानों की माने तो अबतक बारिश नहीं होने से खेती का कार्य पिछड़ रहा है. मौसम प्रतिकूल होने की वजह से खरीफ की प्रमुख फसल धान के लिए अबतक बिचड़ा डालने का कार्य शुरू नहीं हो सका है जिससे किसान चितिंत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है