Motihari: मोतिहारी. पूर्वी चंपारण डिजिटल प्रगति का मिसाल बना. जिले में 99.95 प्रतिशत किसानों का इ-केवाइसी बनाया गया, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा. इसके पीछे जिले के कृषि विभाग की सतर्कता और डिजिटल अव संरचना की सुदृढ़ता का श्रेय दिया जा रहा है. इसके लिए विभाग नियमित मॉनिटरिंग, जागरूकता अभियान और तकनीकी सहयोग के चलते जिले ने न केवल राज्य में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक मिसाल पेश किया है. गौरतलब हो कि किसानों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने इ-केवाइसी प्रक्रिया शुरू की थी. इसका जिले में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हुई. कुल 449665 किसानों ने आवेदन पात्रता के आधार पर विभाग को दिया, जिसमें 449432 किसानों की इ-केवाइसी सफलतापूर्वक कर लिया गया, जो कि 99.95 प्रतिशत पूर्णता दर प्राप्त कर लिया है. कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने बताया कि संपूर्ण सत्यापन एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि इसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा और उनके खाते में सीधे राशियां पहुंच जाएगी.
इन प्रखंडों में हो चुका है इ-केवाइसी प्रक्रिया पूर्ण
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आदापुर, अरेराज, बंजरिया, चकिया, हरसिद्धि, कल्याणपुर, मधुबन, फेनहारा, ढाका, चिरैया, कोटवा, मधुबन, मेहसी, मोतिहारी, पहाड़पुर, पकड़ीदयाल, पताही, फेनहारा, पीपराकोठी, रामगढ़वा, रक्सौल, सुगौली, तेतरिया व तुरकौलिया प्रखंडों में सौ प्रतिशत इ-केवाइसी की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है.
संग्रामपुर में 106 किसान रह गये इससे वंचित
जिले का एक मात्र ऐसा प्रखंड है, जहां कुछ तकनीकी कारणों से 106 किसान इ-केवाइसी से वंचित है. विभाग उसे पूर्ण करने के प्रयास में लगा हुआ है.
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