Motihari: मोतिहारी. नीमा स्थापना दिवस पर एआई टेक्नोलॉजी का आयुर्वेद में उपयोग व आयुर्वेद में मधुमेह की प्रासंगिकता पर परिचर्चा हुई. आयोजन आयुर्वेद मनीषी पं. स्व. वैध दीपनारायण मिश्र के आवास पर हुई. इस दौरान डाॅ आरकेपी शाही ने मधुमेह विषय पर अपनी बात रखते हुए आहार और व्यायाम की उपयोगिता पर कहा कि हम आहार को संतुलित रखते हुए मधुमेह से स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं कहा कि मधुमेह से ज्यादा इसके कंप्लीकेशंस घातक होते हैं. डाॅ राजेश श्रीवास्तव ने होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धति में मधुमेह की चिकित्सा और समुचित आहार विहार पर विस्तार से जानकारी दी. डाॅ जेपी सिंह ने आयुष विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यक्रम पर विस्तृत प्रकाश डाला. वैध ब्रजेश्वर मिश्र ने आयुर्वेद में औषधीय अनुसंधान पर बल देते हुए आधुनिकता में इसकी प्रासंगिकता पर बल दिया. इसके पूर्व परिचर्चा की शुरुआत डाॅ खालिद अख्तर ने मधुमेह रोग पर विस्तार से अपनी बात रखी. नीमा बिहार के महासचिव डाॅ आलोक कुमार ने एआई टेक्नोलॉजी का आयुर्वेद में उपयोग पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी. डाॅ रोहित कुमार सिंह ने मधुमेह में आहार-विहार के महत्व पर प्रकाश डाला. डाॅ विनोद कुमार सिंह ने हास्य व्यंग्य से सबको हंसाकर लोटपोट किया. मंच का संचालन डाॅ अनिल कुमार सिंह ने किया. कार्यक्रम में डाॅ संजय कुमार सिंह, डाॅ कुणाल किशोर, डाॅ रितेश झा, डाॅ अब्दुल खबीर, डाॅ सुधीर कुमार, डाॅ मिनतुल्लाह, वेद प्रकाश, डाॅ ओमप्रकाश मिश्र, डाॅ लच्छेन्द्र, डाॅ शाहिद सिद्दीकी, डाॅ नेहा, डाॅ पल्लवी, डाॅ मीता, डाॅ मिथिलेश आदि चिकित्सकों ने भाग लिया.
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