Motihari: मोतिहारी. पूर्वी चंपारण जिले में दो लाख से अधिक परिवार कृषि गतिविधियों में प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए है. जीविका द्वारा इन दीदियों को आधुनिक कृषि तकनीकों से प्रशिक्षित कर उन्हें आत्म निर्भर बनाया जा रहा है. इन्हें खरीफ, रबी और जायद की प्रमुख फसलों के उत्पादन में प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित कर रही है, ताकि बेहतर उत्पादन हो और हमारा राज्य कृषि क्षेत्र में उन्नत हो सके. बताया जाता है कि जीविका द्वारा कृषि विभाग से समन्वय स्थापित कर बीज उपचार, श्री विधि, जीरो टिलेज, बीज प्रति स्थापन, सब्जी उत्पादन, किचेन गार्डेन के अतिरिक्त बकरी पालन, पॉल्ट्री फॉर्म, मत्स्य पालन के साथ दुग्ध उत्पादन में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस संबंध में हाल ही में कोटवा में जीविका द्वारा दीदियों को प्रशिक्षण भी दिया गया. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार करीब एक लाख से अधिक दीदिया कृषि से जुड़ी है. वहीं बकरी पालन में 38000, पॉल्ट्री फॉर्म में 52 सौ, मत्स्य पालन में 24 दीदियां जुड़ी है. वहीं 50 हजार से अधिक लोग गैर कृषि कार्य एवं पशुपालन से जुड़े हुए है. डीपीएम गणेश पासवान ने बताया कि जिले में करीब दो लाख से अधिक दीदियां इस कार्य से जुड़ कर आत्मनिर्भर बन रही है.
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