Motihari: रक्सौल.एसएसबी 47 वाहिनी की एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग की टीम ने बॉर्डर से भारत से नेपाल की तरफ़ जा रहे एक व्यक्ति के साथ एक नाबालिग लड़की को संदेह के आधार पर प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चम्पारण को भेज दिया गया. जब लड़की की काउंसिलिंग की गई तो पता चला कि इंस्टाग्राम से कुछ महीनों से दोस्ती थी. लड़की ने बताई कि काल्पनिक नाम सोनू हावड़ा रेलवे स्टेशन मुझे लेने के लिए आया था जो पूर्वी चम्पारण जिला के पहाड़पुर का रहने वाला है. उसने मुझे अपने घर वाले को बताने से मना किया था. स्कूल के बहाने घर से भागकर हावड़ा रेलवे स्टेशन से ट्रेन के मध्यम से रक्सौल पहुंची. ये मुझे नेपाल के काठमांडू अपने किसी दोस्त के पास ले जा रहा था. वहां जाकर शादी करने और नौकरी की बात हुई थी, परंतु लड़की को उसने अपना हिंदू धर्म नहीं बताया था. लड़की को जब यह पता चला कि लड़का मुस्लिम है तो वह सदमे में आ गई. रेस्क्यू की गई लड़की (उम्र 16 वर्ष) मिर्जापुर हावड़ा बंगाल की रहने वाली हैं. जब हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट 47 वाहिनी द्वारा घर वालों से सम्पर्क किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि नजदीकी थाना में गुमशुदगी एवम् अपहरण करने का प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. मौके पर एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग के इंस्पेक्टर विकास कुमार, प्रदीप काजी, अरविंद द्विवेदी, नीतू कुमारी, मनु गंगोड, प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चम्पारण से जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे.
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