Motihari: चकिया. नगर परिषद सहित विद्युत प्रमंडल क्षेत्र में उमस भरी गर्मी में हो रही बिजली कटौती ने उपभोक्ताओं की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. कभी भी विद्युत आपूर्ति अवरूद्ध हो जाती है और घंटों बिजली गुल रहती है. लोगों के अनुसार जैसे जैसे गर्मी और उमस बढ़ रही है वैसे-वैसे पावर कट की समस्या भी बढ़ती जा रही है, जहां एक ओर राज्य सरकार सरप्लस बिजली उत्पादन और आपूर्ति का दावा करती है वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. उपभोक्ताओं की शिकायत है कि समस्या का समाधान निकालना तो दूर संबंधित विधुत कर्मी बार-बार कॉल करने पर भी फोन नहीं उठाते है. मंगलवार पूरी रात बिजली के आंख मिचौली का खेल चलता रहा.बुधवार सुबह से ही ओल्ड चकिया के कई हिस्सों में लो वोल्टेज की समस्या रही जो दोपहर बाद तक बदस्तूर जारी थी. विभाग द्वारा ठंड के समय में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था को दुरुस्त करने के नाम पर कई बार बिजली काटी जाती रही लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा. बताते चलें कि चकिया विधुत प्रमंडल उत्तर बिहार का सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला प्रमंडल है. इसने अपने निर्धारित लक्ष्य से लगभग डेढ़ गुना ज्यादा राजस्व संग्रह कर पहला स्थान हासिल किया था.इसके बाद भी नगर और आसपास के क्षेत्र में विधुत आपूर्ति की समस्या जस की तस बनी हुई है. जिसके कारण एक तरफ दैनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं तो दूसरी तरफ व्यापार पर भी इसका बूरा असर पड़ रहा है. शहर में विधुत आपूर्ति करने वाले तारों की स्थिति भी काफी दयनीय है.टूटे बिजली के खंभे और उस पर तारों का बना मकड़जाल विभाग की सारी कहानी खुद बयां करता है.
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