Motihari: मोतिहारी. अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत 2.0) अंतर्गत मोतिहारी शहर को सीवरेज नेटवर्क परियोजना को लेकर जल्द ही काम शुरू होगा. सरकार ने इस योजना मद्द में 3 सौ 99 करोड़ 87 लाख 28 हजार की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है. यह राशि शहरी जल आपूर्ति और सीवरेज सेवाएं प्रदान करने पर खर्च किया जायेगा. इस परियोजना के तहत मोतिहारी में सीवरेज नेटवर्क स्थापित करने की योजना है, ताकि सभी घरों में नल के माध्यम से पानी उपलब्ध हो सके और सीवर का प्रबंधन किया जा सके. इस उपलब्धि में सांसद सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री राधामोहन सिंह की विकासशील नीती व प्रयास सफल साबित हुआ है. उद्देश्य शहर में जल आपूर्ति और सीवरेज सेवाओं की सार्वभौमिक उपलब्धता सुनिश्चित करना है. जो शहर के विकास और नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. शुक्रवार को सांसद ने योजना की जानकारी देते कहा कि इस परियोजना से मोतिहारी शहर में जल आपूर्ति और सीवरेज सेवाओं की उपलब्धता बढ़ेगी और शहरी नागरिकों के जीवन में सुधार होगा. कहा कि इसके अलावे सरकार ने नमामि गंगे योजना के तहत 1.49 करोड़ की लागत से 23 एमएलडी क्षमता के शहर में चार जगहों पर एसटीपी का निर्माण होगा.
32 वार्ड का हुआ है चयन
अटल नवीकरण और शहरी परिवर्त्तन मिशन (अमृत 2.0) अंतर्गत सिवरेज नेटवर्क परियोजना के लिए नगर निगम मोतिहारी क्षेत्र के 32 वार्डो का चयन किया गया है. इन चयनित सभी वार्डो के करीब 30 हजार घर को सिवरेज नेटवर्क से जोड़ने की योजना है. जिससे शहरी क्षेत्र में रहने वाले परिवारों को सिवरेज नेटवर्क की सुविधा प्राप्त होगी.187 किमी. में सीवरेज नेटवर्क
शहरी क्षेत्र में 87 किलोमीटर में सीवरेज नेटवर्क का जाल बिछेगा. इसके अलावे अलग-अलग भाग में चार मध्यवर्त्ती पंम्पिंग स्टेशन बनाये जायेंगे. 0.800 किलोमीटर में राइजिंग मैन का कार्य की योजना है. जिसमें सीवेज उपचार क्षमता रीसाइकिल व पुनः उपयोग के लिए होगा.शहर के नालों का पानी परिष्कृत होकर झील में गिरेगी.इसके लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है