मोतिहारी. मौसम के मिजाज में आये अचानक बदलाव का असर दिखने लगा है. सुबह में हल्की व दोपहर में झमाझम बारिश से माहौल पूरी तरह से खुशनुमा हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार,अगले दो दिनों तक इसी तरह की बारिश होने की संभावना है. बारिश से एक तरफ जहां किसानों को बड़ी राहत मिली है और उनके द्वारा खेतों में लगायी फसलों में हरियाली लौटी है तो दूसरी तरफ आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है.धान के खेती करने वाले किसानों के लिए यह बारिश वरदान से कम नहीं है. पानी नहीं होने के कारण खेतों में दरार पड़ गये थे और फसलें सुख रही थी.किसान सिंचाई भी अपने स्तर से कर रहे थे,लेकिन उसका कोई खास असर नहीं दिख रहा था,लेकिन बारिश होने से खेतों में नमी देखी जा रही है. हालांकि बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलजमाव हो गया, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.शहर के मिस्कॉट,रामना,कोलुहरवा,मठिया,चांदमारी,मीना बाजार,खोदानगर,जॉनपुल,पंडाल चौक बाजार समिति राेड व हनुमानगढ़ी सहित कई मुहल्लों में पानी सड़क पर घंटो बहता रहा. उधर, बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी बाधित रही.
अबतक 806 मिमी वर्षा की गयी दर्ज
जिले में मानसून का प्रभाव इस वर्ष बेहद तीव्र रूप में देखा जा रहा है. रविवार को जारी की गयी मासिक वर्षा रिपोर्ट के अनुसार, जिले में अब तक कुल 806.90 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. यह सामान्य औसत वर्षा 308.20 मिमी से 90.30 प्रतिशत अधिक है. जो जलवायु परिवर्तन और मानसून की अस्थिर प्रवृत्ति का स्पष्ट संकेत देता है. वर्षा मुख्य रूप से मई, जून और जुलाई के महीनों में हुई, किंतु अगस्त की शुरुआत के केवल तीन दिनों में भी वर्षा का सिलसिला लगातार जारी है.जुलाई के महीने में सबसे अधिक वर्षा मधुबन (87.0 मिमी), ढाका (77.2 मिमी), अदापुर (52.2 मिमी), अरराज (60.8 मिमी) और सुगौली (43.0 मिमी) क्षेत्रों में दर्ज की गई. वहीं दूसरी ओर, चकिया, हरसिद्धि, फेन्हारा, पकड़ीदयाल और पिपराकोठी जैसे क्षेत्रों में कुल वर्षा 10 से 13 मिमी के बीच सीमित रही.
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