रक्सौल . रक्सौल व आदापुर प्रखंड की सीमा को बांटने वाली बंगरी नदी में अवैध खनन होने से नदी के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. बंगरी नदी में लगातार हो रहा कटाव से प्राकृतिक संपदा को नुकसान पहुंच रहा है. मिट्टी माफियाओं का दबंगई इतनी है कि दिन दहाड़े नदी के बीच में जेसीबी मशीन लगाकर नदी का कटाव किया जा रहा है. इतना ही नहीं, नदी की धार को रोककर रास्ता भी बना दिया गया है ताकि नदी से मिट्टी की कटाई के बाद उसको ट्रैक्टर के माध्यम से निकाला जा सके. मिट्टी का कटाव करने वाले इस गैंग ने नदी के अस्तित्व पर खतरा पैदा कर दिया है. बावजूद इन सब के प्रशासन इस पूरे मामले से अंजान है. रविवार को इस इलाके से जो तस्वीरे देखने को मिली है, वह वास्तव में सरकार के जल जीवन हरियाली मिशन के लिए खतरा है. एक तरफ जहां सरकार नदी, तलाब आदि को बचाने की मुहिम चला रही है, वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के प्राकृतिक संपदा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि दिन से लेकर रात तक जब-जब समय मिलता है, खासकर सुबह के समय अधिक मिट्टी की कटाई होती है. नदी को देखने से यह साफ हो जायेगा कि किस प्रकार यहां अवैध कटाई का काम किया जाता है. इस रैकेट में शामिल मो. इकबाल नामक एक व्यक्ति से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर निकालने के लिए होम पाइप लगाया गया है. इस संबंध में जब नकरदेई थानाध्यक्ष राम शरण साह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह इलाका रक्सौल थाना क्षेत्र के अंदर आता है. वहीं जिला खनन पदाधिकारी रागिनी कुमारी ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है, मैं अपने स्तर से इस मामले को देख लेती हूं. बंगरी नदी को बचाने के लिए इसमें लगातार हो रहे खनन पर तत्काल रोक लगाने की जरूरत है.
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