Motihari: मधुबन. मई का महीना बीत चुका है. आसमान आग उगल रही है, जिससे किसान आसमान की तरफ टकटकी लगाए बैठे हैं की कब बारिश की बूंद से जमीन तरबतर हो कि धान के बिचड़े गिराना शुरू हो. इतनी भीषण गर्मी के बाद भी कुछ जीवट किसान निजी संसाधनों की बदौलत बीज गिराना शुरू तो कर दिया है, लेकिन धान के बिचड़े बचाने में हलख सूख रही है. कृषि कार्यालय के आंकड़ें के मुताबिक पांच फीसदी धान के बिचड़े किसानों के द्वारा गिराया गया है.बिचड़े गिराने के बाद उसे बचाना मुश्किल हो रहा है. मौसम विज्ञान के केंद्र पटना के अनुसार रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस तक रही. दिन व रात गर्मी लोगों का पसीना छुड़ा रहा है.अगले दो दिनों तक भीषण गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है. सोमवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री जबकि मंगलवार को भी अधिकतम तापमान 39 डिग्री व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री रहने का पूर्वानुमान है. इस भयंकर गर्मी से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
अभी भीषण गर्मी है.जो किसान धान के बिचड़े गिरा रहे हैं. उन्हें काफी मेहनत करना पड़ रहा है.थोड़ा इंतजार के साथ बीज गिराने की जरूरत है.
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