Motihari: सिकरहना. बाल श्रम उन्मूलन को लेकर शुक्रवार को श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी ढाका के नेतृत्व में ढाका एवं चिरैया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत विशेष धावा दल के द्वारा विभिन्न प्रतिष्ठानों में सघन जांच अभियान चलाया गया. इस दौरान कुल पांच प्रतिष्ठानों से छह बाल श्रमिकों को धावा दल की टीम के द्वारा विमुक्त कराया गया. उक्त आशय की जानकारी श्रम अधीक्षक रमाकांत ने देते हुए बताया कि यह अभियान जिले में लगातार चलता रहेगा. बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत सभी नियोजकों के विरुद्ध संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही हैं. वही सभी विमुक्त बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति पूर्वी चंपारण के समक्ष उपस्थापित कर उन्हें बाल गृह में रखा गया हैं. श्रम अधीक्षक द्वारा बताया गया कि बच्चों से प्रतिष्ठान में कार्य कराना बाल एवं किशोर श्रम प्रतिषेध एवं विनियमन के अंतर्गत गैर कानूनी है. धावा दल में तुरकौलिया,केसरिया, आदापुर,पिपराकोठी के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के अलावा एएचटीयू मोतिहारी,प्रयास संस्था, प्रथम संस्था, न्याय नेटवर्क के प्रतिनिधि,एंटी ह्यूमन टै्रफिकिंग यूनिट की टीम सहित पुलिस कर्मी शामिल थे.
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