मोतिहारी. शहर के नर्सिंग बाबा मठ वाले प्रांगण में रविवार को वृन्दावन से आये महामंडलेश्वर कथा वाचक चित्रगुप्ताचार्य डा स्वामी सच्चिदानंद चित्रगुप्त ने संगीतमय श्री चित्रगुप्त कथा का आयोजन किया गया. श्री चित्रगुप्त पीठ वृन्दावन से पधारे श्री श्री 1008 जगतगुरु चित्रगुप्ताचार्य डा स्वामी सच्चिदानंद चित्रगुप्त जी ने भगवान श्री चित्रगुप्त जी की कथा में आध्यात्मिक व सामाजिक रूप से भक्तों को कई संदेश दिए, जिनमे विशेषकर उन्होंने भगवान श्री चित्रगुप्त जी को किसी एक जाति से ना जोड़ने के लिए कहा. उन्होंने बताया कि भगवान श्री चित्रगुप्त संसार समस्त प्राणियों को उनके कर्मो के आधार पर फल देने वाले देवता है. वें सभी के है, जो भी व्यक्ति कलम का उपयोग करता है. वह भगवान श्री चित्रगुप्त का पूजन कर सकता है चाहे वह किसी जाति, धर्म व मजहब का हो. उन्होंने कहा कि सत्कर्म का फल हमेशा शुभ और सकारात्मक होता है. सत्कर्म करने से मन को शांति मिलती है. उन्होंने भगवान चित्रगुप्त जी के संबंध में प्रदीप मिश्रा द्वारा किये गये गलत टिप्पणी की घोर निंदा करते हुए कहा कि अगर सार्वजनिक मंच से 24 घंटे में माफी नहीं मांगते है तो उनके विरुद्ध सभी जिलों के न्यायालय में मुकदमा दर्ज किया जायेगा. वृन्दावन से महाराज श्री के साथ पधारे भजन सम्राट विकल्प खरे ने अपने चित्रगुप्त भजनों से सभी को मन्त्रमुग्ध किया. वही कार्यक्रम के बाद बिहार के कई जिलों से आये कलाकारों ने अपने भक्तिमय कार्यक्रम की प्रस्तुति कर अपने भक्तिमय रश में सभी को शराबोर कर दिया. इस अवसर पर महाराज जी ने रंजन कुमार रौशन को चम्पारण प्रमडल प्रमुख बनाने की घोषणा किया. मौके पर मुख्य रूप से शैलेन्द्र कुमार वर्मा, रुमित रौशन, सुधा वर्मा, पोला वर्मा, रविभूषण सिन्हा, अजय कुमार, राजीव कुमार श्रीवास्तव,रौनक़ श्रीवास्तव, विकास रंजन, संगीता चित्रांश, गुड्डु श्रीवास्तव, सोनू श्रीवास्तव, नितेश कुमार श्रीवास्तव, बिनोद श्रीवास्तव, पियूष रंजन, डा हेना चंद्रा, डा चंद्र शुभाष, डा अतुल कुमार, अनील वर्मा, दीपक श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, अधिवक्ता तारकेश्वर श्रीवास्तव, अजित श्रीवास्तव, शिवेश श्रीवास्तव सहित हजारों के तादाद में चित्रांश मौजूद थे.
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