तुरकौलिया. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी रविवार को तुरकौलिया पहुंचे थे. जहां सुबह 11 बजे उन्होंने गांधी स्मारक स्थल पर गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और ऐतिहासिक नीम के पेड़ का निरीक्षण किया. यह वही नीम का पेड़ है, जिसके नीचे गांधी जी ने चंपारण सत्याग्रह के दौरान किसानों की पीड़ा सुनी थी. कार्यक्रम की शुरुआत उत्साहपूर्ण माहौल में हुई. तुरकौलिया पूर्वी पंचायत के मुखिया विनय कुमार की ओर से पंचायत भवन में एक सभा आयोजित की गई थी.जिसमें तुषार गांधी को संबोधन देना था. तुषार गांधी के साथ आये गांधीवादी अलाउद्दीन ने अपने सम्बोधन में गांधी जी के बिचार धारा की बात कर रहे थे. तभी अचानक स्थानीय मुखिया विनय कुमार भड़क गए. साथ ही तुषार गांधी के साथ दुर्बवहार करने लगे. कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे कुछ स्थानीय तत्वों और कथित रूप से कुछ राजनीतिक समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया. जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. आरोप है कि इसके बाद कार्यक्रम स्थल से तुषार गांधी को जबरन बाहर निकाल दिया गया. इस अपमानजनक व्यवहार को लेकर तुषार गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा यह केवल मेरा नहीं बल्कि गांधीवाद और लोकतंत्र का अपमान है. चंपारण की धरती पर इस तरह का व्यवहार दुखद है. यहां लोकतंत्र की हत्या हुई है. तुषार गांधी की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. पूर्व प्रमुख संजय सिंह ने बताया कि तुषार गांधी का अपमान का मै निंदा करता हूं.
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