Motihari: मोतिहारी.साइबर थाने की पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर साइबर क्राइम करने वाले संगठित गिरोह बॉस से जुड़े एसएसबी 74 वीं बटालियन के हवलदार पंकज कुमार पाण्डेय के साथ व्यवसायी मो जावेद को गिरफ्तार किया है. पंकज बंजरिया थाने के अम्बिका नगर मोहल्ले का रहने वाला है, जबकि जावेद मिस्कॉट रमना मोहल्ले का है. वहीं साइबर फ्रॉड के पैसों को सफेद करने वाले मास्टर माइंड दयाशंकर के घोड़ासहन व छपवा बहास तथा एमएस कॉलेज गेट स्थित साइबर कैफे संचालक अनिमेश कुमार व पुरुषोत्तम चौधरी के घर पर भी पुलिस ने छापेमारी की. तीनों घर से फरार थे, लेकिन उनके घर से 10.30 लाख कैश, एक लैपटॉप, दो ड्राइविंग लाइसेंस, एक नोट गिनने वाला मशीन, 14 विभिन्न बैंकों के चेकबुक, 11 बुक से निकला हुआ चेक, छह पासबुक, 10 एटीएम कार्ड, दाे गाड़ी का कागजात, दो पॉकेट डायरी, दो डीभीआर, एक पैनकार्ड, तीन मोबाइल व तीन सीपीयू बरामद हुआ. वहीं एसएसबी जवान पंकज के घर से एक राइफल, एक पिस्टल, तीन मैगजीन व 21 कारतूस बरामद हुआ है. छापेमारी के दौरान दयाशंकर, पुरूषोत्तम व अनिमेश घर से फरार मिले. साइबर थाने के डीएसपी अभिनव पराशर ने शुक्रवार शाम प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार पंकज इनामी साइबर बदमाश यश पाण्डेय के पिता व आयुष का मामा है. साइबर क्राइम में उसकी भी सहभागिता के सबूत मिले है. बॉस नाम से चर्चित साइबर क्राइम क्राइम करने वाले गिरोह के अबतक आठ सदस्य पकड़े जा चुके है. जैसे-जैसे पुलिस का अनुसंधान आगे बढ रहा है, वैसे-वैसे गिरोह से जुड़े लोगों का नाम पुलिस रिकॉर्ड में जुड़ रहा है. कहा कि फरार चल रहे चिन्हिंत सभी बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीम उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. छापेमारी में डीएसपी के अलावा इंस्पेक्टर मो मुमताज आलम, मनीष कुमार, राजीव सिन्हा, नवीन कुमार, दारोगा प्रियंका कुमारी, शिवम सिंह, सौरभ कुमार आजाद, सिपाही प्रिंस कुमार, राकेश कुमार, गौतम कुमार व पियुष कुमार शामिल थे.
दुकानदार सुरेंद्र के बैंक अकाउंट को हैंडल करता था एसएसबी हवलदार, अकाउंट में हवलदार का कनेक्ट था मोबाइल नम्बर
प्टो व यूएसडीटी में इन्वेस्ट करते थे फ्रॉड का पैसा
मोतिहारी . अंतरराज्जीय साइबर गिरोह के इनामी बदमाश यश के पिता एसएसबी 74 वीं बटालियन के हवलदार पंकज पाण्डेय भी काफी शातिर है. वह अपने मोहल्ले के दुकानदार सुरेंद्र कुमार के बैंक अकाउंट को हैंडल कर रहा था. उसे पैसे की लालच दिया था. एक लाख पर उसके एक हजार रुपये का कमीशन देता था. साइबर डीएसपी अभिनव पराशर ने बताया कि सुरेंद्र के बैंक अकाउंट में पंकज का मोबाइल नम्बर दिया हुआ था. उसके अकाउंट से अबतक 19 लाख रुपये का ट्राजेक्शन हुआ है, जिसका सबूत भी पुलिस को हाथ लगा है. पलिस के सक्रिय होने पर पंकज ने सुरेंद्र को बैंक ले जाकर अपना मोबाइल नम्बर भी बदलवा दिया था. उस अकाउंट में 1.80 लाख रुपये पर होल्ड लगाया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि शहर के मीना बाजार में 70 हजार के महीने पर दुकान व मकान भाड़े पर लेकर रहने वाला मास्टर माइंड दयाशंकर अपने रिश्तेदार पुरुषोत्तम चौधरी के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड के पैसे को हवाला के जरिए सफेद कर रहा था. क्रिप्टो, यूएसडीटी में फ्रॉड का पैसा इन्वेस्ट करता था. बताया कि वैसे बहुत से लोगों के नाम सामने आये है, जो इस गिरोह के बदमाशों के काले धन को कमीशन लेकर सफेद करने में लगे हुए थे. अनुसंधान में उनका भी नाम सामने आ रहा है.
डायरी में मिला पैसों का हिसाब किताबगिरफ्तार मो जावेदन उन का व्यवसायी है. दयाशंकर के धर से मिले दो पॉकेट डायरी में मो जावेद का भी नाम लिखा हुआ था. उसके अकाउंट में कितना पैसा भेजा गया, उससे कितना लिया गया. उसे कितना कमीशन दिया गया, सभी का जिक्र था. उसके आधार पर ही जावेद को गिरफ्तार किया गया. पुलिस गिरफ्त में होने के बावजूद दयाशंकर ने उसके बैंक अकाउंट से पैसा ट्र्रांजेक्शन किया.
16 जून को चांदमारी से सुमित सौरभ, रघुनाथपुर से संजीव कुमार, बेतिया मझौलिया से पप्पु कुमार, रघुनाथपुर से सुनिल कुमार श्रीवास्तव, राजाबाजार से दिपांशु पाण्डेय, बंजरिया के अम्बिकानगर से दुकानदार सुरेंद्र कुमार, एसएसबी जवान पंकज कुमार पाण्डेय व मिस्कौट रमना से मो जावेद की गिरफ्तारी हो चुकी है. 30 अन्य ऐसे लोगों को भी चिन्हिंत किया गया है, जो साइबर फ्रॉड गिरोह के पैसों को सफेद करने में लगे थे.
पंकज के घर से बरामद हथियार का कराया जा रहा सत्यापन साइबर थाने के डीएसपी अभिनव पराशर ने बताया कि एसएसबी 74 वीं बटालियन के हवलदार पंकज कुमार पाण्डेय के अम्बिका नगर स्थित घर से बरामद राइफल व पिस्टल की जांच की जा रही है. उसका कहना है कि दोनों हथयिार लाइसेंसी है. आर्म्स ऑफिस से दोनों हथियार का सत्यापन कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि फिलहाल दोनों हथियार को जब्त कर लिया गया है. एसएसबी हेडक्वाटर को पंकज की गिरफ्तारी व उसकी गतिविधि के संबंध में जानकारी दे दे गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है