Motihari:
मोतिहारी/मधुबन. पूर्वी चंपारण जिले में पिछले दिनों रूक-रूक कर हो रही बारिश से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिले में ऐसे सैकड़ों किसान है, जिनका फसल अभी खेतों में ही खड़ा है. कुछ किसानों ने अप्रैल के शुरूआत में ही गेहूं की कटाई कर लिया था और थ्रेसिंग कराकर अनाज को घर रख लिया, जिनका विलंब से बुआई हुआ, उन्हें काफी हो रही है. उनकी फसले खेत में ही खड़ी है. कुछ किसान फसल काट कर खेत में ही सूखने के लिए छोड़ रखा था, लेकिन दो-तीन दिनों से हो रही बारिश से फसल भींग गये. गेहूं के दानों को भींगने पर उनके भाव बढ़ने की उम्मीद कम रह जाती है, जिससे किसानों के चेहरे सूर्ख हो गये है.कई ऐसे किसानों ने बताया कि कर्ज लेकर खेती-बाड़ी की थी. अब कैसे उनका भुगतान हेगा. कहा कि इस बार गेहूं के बाली में अच्छे दाने लगे थे, इधर कृषि विभाग द्वारा जिले में पिछले 18 दिनों में 1311.20 मिमि बारिश होने का रिकॉर्ड किया गया है, जो औसतन 48.56 मिमि बारिश माना गया. सर्वाधिक बारिश पकड़ीदयाल एवं मधुबन में होने की बात है.इधर, मधुबन में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं के कारण असमय बारिश व ओलावृष्टि से गेहूं व सब्जी की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. जलवायु परिवर्तन का असर साफ दिखने लगा है. क्षेत्र में कभी तक 25 फीसदी तक गेहूं खेत में लगा है या कटनी के बाद खेत ही लगा हुआ था. इसके साथ ही सब्जी के उत्पादन प्रभावित हुआ है.ओलावृष्टि के कारण आम व लीची की फसल प्रभावित हुई है. मौसम के अनुसार स्थानीय गरमी और नमी से काल बैशाखी के कारण बारिश व ओलावृष्टि के आसार बन रहे हैं.
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