Motihari: रक्सौल.अखंड सौभाग्य की कामना के साथ सुहागिन महिलाओं के द्वारा सोमवार को वट सावित्री का व्रत रखा गया. इस दौरान उपवास रखकर महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा की तथा इसमें धागा बांध कर अपने पति के लंबी आयु की कामना की. वहीं वट वृक्ष के नीचे बैठकर कथा का भी श्रवण किया. रक्सौल के भारतीय दूतावास परिसदन में स्थित हनुमान मंदिर के पुजारी आचार्य अजय उपाध्याय ने प्रभात खबर को बताया कि आदिकाल में यह कथा कि सावित्री ने अपने पति के प्राण की रक्षा के लिए वट वृक्ष के नीचे पूजा की थी और इससे प्रसन्न होकर यमराज को उनके पति का प्राण वापस करना पड़ा था. तभी से वट सावित्री का व्रत महिलाओं के द्वारा अखंड सौभाग्य के लिए किया जाता है. वट वृक्ष की पूजा के बाद महिलाएं घर पर अपने पति को पंखा झेलती है और उनके हाथ से पानी पीकर अपने उपवास का समापन करती है. वट सावित्री व्रत को लेकर रक्सौल के अंदर महिलओं में उत्साह देखा गया और अलग-अलग मठ मंदिरों में स्थित वट वृक्ष की पूजा करते हुए महिलाएं देखी गयी. हरसिद्धि . प्रखंड क्षेत्र में वट सावित्री व्रत के पावन अवसर पर सोमवार को बड़ी संख्या में सुहागिन महिलाओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ वट (बरगद) वृक्ष की पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर महिलाओं ने साड़ी पहनकर, माथे पर बिंदिया और हाथों में चूड़ियां सजाकर पूरे श्रद्धा और आस्था के साथ यह व्रत किया.
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