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बिहार में संदिग्ध मरीजों की संख्या में आ रही गिरावट
पटना: कोरोना के खिलाफ जंग में बिहार को कामयाबी मिलती दिख रही है. पटना के तीन बड़े अस्पतालों में कोरोना के संदिग्ध मरीज भर्ती होते हैं और पॉजिटिव पाये जाने पर इलाज किया जाता है. इन अस्पतालों में नये मरीजों के आने का ग्राफ घटता दिख रहा है. इससे यह उम्मीद की जा रही है कि अगर लोगों द्वारा लॉकडाउन का पालन किया जाय, तो अगले कुछ दिनों में कोरोना पर जीत दर्ज की जा सकती है. पीएमसीएच में कोरोना के मरीजों के लिए 120 बेडों का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. लेकिन यहां अभी तक कोई भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं आया है. मंगलवार देर शाम में यहां सिर्फ तीन ही कोरोना संदिग्ध मरीज भर्ती थे. तीन अप्रैल को यहां 34 संदिग्ध मरीज भर्ती थे. चार अप्रैल को 30 और पांच अप्रैल को 22 संदिग्ध मरीज भर्ती हुए. छह अप्रैल को 14 मरीज भर्ती थे. मंगलवार को जहां दो नये संदिग्ध मरीज आये. वहीं सोमवार और रविवार को एक-एक संदिग्ध मरीज ही आया.
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आगे आया राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज
पटना : विश्व स्वास्थ्य दिवस पर मंगलवार को राज्य स्वास्थ्य समिति व राज्य आयुष समिति की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर दिनेवश्वर प्रसाद व अधीक्षक डॉ विजय शंकर दूबे ने भाग लिया. मौके पर प्रिंसिपल ने कोरोना बीमारी से निपबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ कदम दर कदम चलने के लिए कहा. प्रिंसिपल व अधीक्षक दोनों ने अपने मूल वेतन का 15 दिन की सैलरी 91,350 रुपये राष्ट्रहित में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया. इसके बाद प्रिंसिपल दिनेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
सीवान से अब तक भेजे गये 601 संदिग्ध मरीजों के सैंपल, जांच के बाद 403 रिपोर्ट मिले निगेटिव
सीवान : कोरोना वायरस से संक्रमित संदिग्ध 601 मरीजों का सीवान से सैंपल निकाल पटना जांच के लिए भेजा गया है. अब तक 419 लोगों की आयी रिपोर्ट में 403 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव तथा 6 लोगों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है.
कोरोना संक्रमण को रोकने के मामले में बिहार के लिये राहत भरी खबर है. राज्य में बीते दो दिनों से एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है. अभी तक राज्य में कुल 32 मरीज मिले हैं. वहीं बिहार में कोरोना से अब तक एक व्यक्ति की की मौत हुई है.
पटना में 317 वाहन चालकों पर लगा 4.35 लाख का जुर्माना
देशव्यापी लॉकडाउन के 13वें दिन बेवजह सड़क पर आने जाने वालों के प्रति पुलिस व ट्रैफिक पुलिस का रवैया बेहद सख्त दिखा. सोमवार को ऐसे 317 वाहन चालकों पर 4.35 लाख का जुर्माना लगाया गया. जगदेव पथ, आशियाना मोड़, शेखपुरा मोड़, हड़ताली चौराहा, आयकर गोलंबर, वोल्टास मोड़, डाकबंगला चौराहा, जंक्शन गोलंबर, कारगिल चौक समेत पटना के कई प्रमुख चौक चौराहों व ट्रैफिक प्वाइंट पर देर शाम तक यह अभियान चला.
रेलवे ने तैयार किया चार हजार आइसोलेशन बेड
कोरोना वायरस से बचाव के लिए रेल के 25 सौ रेल कोचों में चार हजार आइसोलेशन बेड तैयार किया है. रेल को पांच हजार कोच को आइसोलेशन कोच में तब्दील करने का लक्ष्य है. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे के विभिन्न मंडल कार्यालयों ने इतने कम समय में असंभव से लग रहे इस कार्य को लगभग पूरा कर लिया है. लगभग 25 सौ कोचों में बदलाव के साथ अब चार हजार आइसोलेशन बेड आपात स्थिति के लिए तैयार हैं.भारतीय रेलवे के रोजाना औसतन 375 कोचों में बदलाव किया जा रहा है. देश के 133 स्थानों पर यह काम किया जा रहा है.
पटना के राजेंद्र नगर सब्जी मंडी में लगा कोरोना वायरल डिस इंफेक्शन टनल
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में हर संभव कोशिश की जा रही है. बिहार में भी कोरोना को बढ़ते प्रभाव को रोकोने के लिए प्रयास जारी है. इसी कड़ी में राजधानी पटना के राजेंद्र नगर सब्जी मंडी में कोरोना वायरल डिस इंफेक्शन टनल लगा दिया गया है. अब इस सब्जी मंडी में जो भी खरीदारी करने के लिए ग्राहक पहुंचेंगे, उन्हें टनल के अंदर से गुजरना होगा. करीब तीन मीटर के बने टनल से निकलने के बाद कोई भी व्यक्ति पूरी तरह सैनिटाइज हो जायेगा और करीब आधे घंटे तक असर रहेगा.
एक बाइक पर दो लोगों के बैठने पर लगी रोक
एक बाइक पर दो लोगों के बैठने पर रोक लगा दी गयी है. डीटीओ ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर ट्रैफिक पुलिस ने यह निर्णय लिया है और ऐसा कोरोना संक्रमण की आशंका को खत्म करने के लिए किया गया है. लोगों को लॉकडाउन के दौरान घर से जरूरी होने पर ही निकलने की इजाजत दी गयी है और यह छूट राशन, दूध, सब्जी या दवा लाने के लिए दी गयी है जिसके लिए दो व्यक्ति के एक साथ निकलने की कोई जरूरत नहीं है. आवश्यक सेवा के कर्मी को भी ड्यूटी स्थल पर जाने या कामकाज के सिलसिले में एक से दूसरे स्थान तक आने-जाने के दौरान अपने बाइक पर किसी अन्य व्यक्ति को बिठाने की कोई जरूरत नहीं है. वैसे भी बाइक पर दो व्यक्ति के एक साथ बैठने पर एक व्यक्ति के संक्रमित होने की स्थिति में दूसरे के लिए बचना संभव नहीं है.
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती पांच मरीजों को मिली छुट्टी