11वें रक्तदान उत्सव में सम्मानित किए गये दधीचि देहदान के सदस्य
रक्तदान और नेत्रदान करने के लिए की गई आगे आने की अपील
पूर्णिया. अखंड इंडिया फाउंडेशन की ओर से रक्तदान और अंगदान करने वालों के साथ मानवसेवा करने वाले समाजसेवियों को कसबा में सम्मानित किया गया. संस्था ने नेत्रदान कराने के लिए पूर्व सर्जन स्व ओपी साह की पत्नी नीलम साह को सम्मानित किया जबकि नेत्रदान और अंगदान कराने वाले दधीचि देहदान समिति के प्रांतीय उपाध्यक्ष सर्जन डॉ अनिल कुमार गुप्ता को सम्मानित किया. इस कार्यक्रम के दौरान कसबा के पांच लोगों मरणोपरांत देहदान करने सहमति प्रदान की है. देहदान करने वालों में पुरुष व महिलाएं दोनों शामिल हैं. इस अवसर पर दधीचि देहदान समिति के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि जीवन रहते रक्तदान और मृत्युपरांत नेत्रदान प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए. डॉ. गुप्ता ने कहा कि आज हमारे देश में रक्तदाता और नेत्रदाताओं की भारी कमी है. मांग के अनुसार न तो रक्त की उपलब्धता है और न ही कॉर्निया की. ये दोनों ऐसी चीजे हैं जो कृत्रिम रूप से तैयार नहीं की जा सकती. इसलिए लोगों को रक्तदान और नेत्रदान करने के लिए आगे आना चाहिए. डॉ गुप्ता ने कहा कि अबतक पूर्णिया से 11 नेत्रदान हुआ है. इस संख्या में तब तक ऐतिहासिक वृद्धि नहीं हो सकती जबतक की हमारी आधी आबादी यानी हमारे समाज की महिला शक्ति का योगदान नहीं होगा. नेत्रहीनों के जीवन में उजाला लाने के लिए महिलाओं को आगे आना होगा तभी कॉर्निया की कमी को दूर हो सकेगी. इधर, सम्मान समारोह में पूर्व सर्जन स्व डॉ ओपी साह की पत्नी नीलम साह के अलावा सुभाष अग्रहरि, किरण मांझी, डीएसपी मुरली मोहन मांझी, दधीचि देहदान समिति के रवींद्र साह, हीना सईद के अलावा प्रिंस पंकज दीपक कमार, अनिता, श्वेता प्रिया, सुभाष कुमार आर्य, मिथिलेश कुमार यादव, शनि कुमार, शंकर सुमन, रवि रमन, दिनेश कुमार पोद्दार, रंजू, उदय पांडेय, अखिलेश आनंद, संजीव कुमार, मो. आमिर समीम आदि मौजूद थे.
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