यूके की संस्था इंस्पाइरिंग इंडियन वीमेन ने दिया ब्राइट आर्टिस्ट का अवार्ड पूर्णिया. जिले की बेटियां हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत के बल पर नित नये मुकाम बना रही हैं. न केवल अपने जिले अथवा राज्य में बल्कि देश और विदेशों में भी भारत का झंडा बुलंद कर रही हैं. कुछ ऐसा ही किया है पूर्णिया के शिवाजी कॉलोनी निवासी स्व. अधिवक्ता सुरेन्द्र झा सुबोध की पुत्री अर्पिता ठाकुर ने. अर्पिता को भारत से बाहर अपनी संस्कृति, भाषा और सामाजिक सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए यूके की इंस्पाइरिंग इंडियन वीमेन संस्था ने सम्मानित किया है. उन्हें ब्रिटिश पार्लियामेंट, लन्दन (यूके) में आयोजित आईआईडब्लू शी इंस्पायर्स 2025 के तहत कला, संगीत, ड्रामा, क्रिएटिव मीडिया के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य के लिए ब्राइट आर्टिस्ट का खिताब दिया गया है जो धर्मा दुबे स्पेशल अवार्ड के अंतर्गत प्रदान किया गया है. अर्पिता को यह अवार्ड 40 प्लस उम्र वर्ग केटेगरी में एमपी पद्मश्री, बॉब ब्लैकमैन के हाथो मिला है. अर्पिता को सम्मान मिलने के बाद उनके बेगूसराय स्थित ससुराल सहित पूर्णिया में उनके परिजनों के बीच ख़ुशी का माहौल है.
संगीत और पाक कला से लगाव
पूर्णिया में कार्यरत अर्पिता के भाई रमेन्द्र झा ने बताया कि उनकी बहन का पढाई के साथ साथ शुरू से ही संगीत और किचेन की ओर झुकाव रहा. पिताजी सुरेन्द्र झा सुबोध भी अपनी भाषा और संस्कृति को लेकर हमेशा मुखर रहे उनका असर भी अर्पिता पर रहा. स्थानीय कलाभवन में संगीत से एमए की डिग्री लेने के बाद उनकी संगीत यात्रा वर्ष 1991 से शुरू हुई. संगीत के क्षेत्र में उनके गुरु भोलेशंकर झा का बड़ा योगदान रहा है. अर्पिता ने आकाशवाणी से जुड़कर एक गायिका के रूप में अपनी पहचान बनायी और तब से, उन्होंने अपनी प्रतिभा का उपयोग विभिन्न संस्कृतियों के लोगों को आपस में जोड़ने और संगीत के प्रति साझा प्रेम को बढ़ावा देने के लिए किया है.कई पाक कला प्रतियोगिताएं जीती
रमेन्द्र झा ने बताया कि अर्पिता वर्तमान में लंदन में रह रही हैं, वहां उनके पति अजय ठाकुर भारतीय उच्चायोग में एक राजनयिक हैं. पिछले कुछ वर्षों में उनकी यात्रा उन्हें पाकिस्तान, डेनमार्क, नाइजर, कनाडा और रूस सहित विभिन्न देशों में ले गयी है, जहा हर जगह उनकी कलात्मक अभिव्यक्ति में नये आयाम जुड़ते रहे. बताते चलें कि पांच भाइयों की अकेली बहन अर्पिता दो बेटियों और एक बेटे की मां भी हैं और उन्हें संगीत के अलावा, खाना पकाने का भी शौक है. उन्होंने विभिन्न मंचों पर अपने पाक कौशल का प्रदर्शन भी किया है और कई पाक कला प्रतियोगिताएं जीती हैं, जिसमें रूस के व्लादिवोस्तोक में आयोजित भारत और जापान के बीच करी बनाने की प्रतियोगिता भी शामिल है.फोटो – 26 पूर्णिया 5- यूके, लन्दन में सम्मान प्राप्त करती पूर्णिया की बेटी अर्पिता
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है