पूर्णिया. सीबीएसई की पहल पर एसोशिएशन ऑफ फिशिजियन ऑफ इंडिया एवं स्थानीय मिल्लिया कॉन्वेंट स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में बच्चों को डायबिटीज के बारे में जागरूक किया गया. एपीआई चली स्कूल की ओर प्रोजेक्ट के तहत एपीआई के चिकित्सकों ने इसमें लिया हिस्सा. सर्वप्रथम नन्ही बच्चियों द्वारा सभी चिकित्सकों को बुके देकर उनका स्वागत किया गया. स्कूल के प्राचार्य युगल किशोर झा ने डॉ आरके मोदी, डॉ एके गुप्ता, डॉ अजय कुमार, डॉ निखत फातेमा एवं डॉ मनोज कुमार को शाॅल व मोमेंटो दे कर सम्मानित किया. इस कार्यक्रम में स्कूल के करीब 1500 बच्चों ने भाग लिया. डॉ आरके मोदी ने बच्चों को बताया कि अगर परिवार में किसी को डायबिटीज या अन्य गैर संचारी बीमारी है तो अन्य सदस्यों को भी यह बीमारी हो सकती है. बच्चों को जागरूक करते हुए डॉ मोदी ने कहा कि अगर मोटापा व खान-पान पर नियंत्रण के साथ फिजिकल वर्क करें तो मधुमेह से आप बच सकते हैं. उन्होंने बताया कि असंतुलित भोजन, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ, खेल और व्यायाम के प्रति कम रूचि, मादक पदार्थों का सेवन ये ऐसे कारण है जो गैर संचारी बीमारियों को जन्म देते हैं. उन्होंने सर्वाइकल कैंसर व हैपेटाइटिस के टीकों के बारे में भी बच्चों को जागरूक किया. डॉ एके गुप्ता ने बच्चों को डायबिटीज के रोकथाम के बारे में बताया और बच्चों को सौ साल जीने के लिए शपथ दिलाई. साथ ही साथ सभी बच्चों से पानी की बर्बादी न करने व कचरों को सिर्फ डस्टबिन में फेंकने की प्रतिज्ञा दिलाई इसके अलावा एक वृक्ष अपने घरों में लगाने की सलाह दी. डॉ निखत फातेमा ने सभी छात्राओं को डायबिटीज से क्या-क्या परेशानी होती है, उसके बारे में बताया. उन्होंने मासिक धर्म के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने सभी बच्चों को डाक्टर बनने का आशीर्वाद दिया और स्वस्थ्य रहने की सलाह दी. डॉ मनोज कुमार ने बताया कि बच्चों को डायबिटीज आगे नहीं हो, उसके लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.
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