पूर्णिया. पहली जुलाई को भारतीय स्टेट बैंक स्थापना दिवस के मौके पर भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त मुख्य प्रबंधक अजय कांत झा ने एसबीआई खाता धारियों सहित सभी बैंक कर्मियों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि 219 वर्षों से समृद्ध परंपरा एवं विरासत के कारण यह बैंक अत्यधिक विश्वसनीय बैंक बन गया है. इसके इतिहास की चर्चा करते हुए श्री झा ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना पहली जुलाई 1955 को हुई. इससे पूर्व बैंक ऑफ कलकत्ता जो बाद मे बैंक ऑफ बंगाल के नाम से जाने जाना लगा. तीन प्रेसीडेंसी बैंक – बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास मिलाकर इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया नाम से जाना जाता था. आज भारतीय स्टेट बैंक अपनी 22,500 शाखाओं, 63,580 एटीएम और 82,900 ग्राहक सेवा केंद्रों के माध्यम से 50 करोड़ ग्राहकों को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान कर रही है. सभी ग्राहको को जागरुक करते हुए श्री झा ने कहा कि अपने खाता को सक्रिय रखे साथ ही मोबाइल नंबर और ईमेल पता अपडेट रखे. खातों और लाकर मे नामांकन भी दर्ज करा लें. उन्होंने ग्राहकों को जागरूक रहने का सन्देश देते हुए कहा है कि जानकार बनें और सतर्क रहें. किसी प्रकार के लोभ में ना पड़े. डिजिटल धोखाधड़ी होने पर साइबर क्राइम टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत तुरंत दर्ज करे. खाते का केवाईसी अपडेट रखे साथ ही नामांकन भी खाते मे जरूर दर्ज करा ले.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है