बैसा . बैसा प्रखंड के चंदवार पंचायत अंतर्गत बोचागाड़ी गांव वार्ड संख्या 7 और 8 के ग्रामीणों ने गुरुवार को बिजली की बदहाल व्यवस्था के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन कियाऔर जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 12 वर्षों से गांव में बिना कवर वाले जर्जर तार लगे हैं, जिन्हें अब तक नहीं बदला गया है. इसके कारण आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. कई बार तार टूटकर गिर जाता है . इसकी चपेट में आकर घायल भी हो चुके हैं. ग्रामीणों ने बताया कि बिजली खंभों की भारी कमी है. कई जगहों पर तार पेड़ों, झोपड़ियों और लकड़ी के खंभों के सहारे लटकाए गए हैं, जो खतरे से खाली नहीं है. गर्मी के इस मौसम में बिजली की अनियमित आपूर्ति और लो वोल्टेज की वजह से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि जब बिजली आती भी है तो वोल्टेज इतना कम होता है कि पंखे और बल्ब तक नहीं चलते. इसके चलते बच्चों की पढ़ाई, महिलाओं के घरेलू कामकाज और बीमार लोगों की देखभाल में दिक्कतें आ रही हैं. लो वोल्टेज के कारण मोबाइल चार्ज करना, पंखा चलाना और अन्य जरूरी उपकरणों का उपयोग करना भी संभव नहीं हो पाता. प्रदर्शन में ग्रामीणों में रागिब रिजवान, इज़हार आलम, देवलाल हरिजन, कोमल हरिजन, कमला देवी, गुजर लाल हरिजन, गोमनी देवी, मो. नुरजमाल, मो. शाहजहां, विनोद शर्मा, वार्ड सदस्य नियामत अली, रेहान आलम, अंजर आलम, तमिजुद्दीन, अख्तर हुसैन, अफजल हुसैन, ताहिर हुसैन सहित दर्जनों लोग शामिल थे.वार्ड सदस्य नियामत अली ने बताया कि हमने कई बार बिजली विभाग से शिकायत की, आवेदन भी दिया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे बड़े आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे. इस संबंध में बिजली विभाग के कनीय अभियंता सुनीत कुमार ने बताया कि जल्द जर्जर तारों को बदला जायेगा. गांव में कुछ नए बिजली खंभे भी लगाये गये हैं. और भी लगाया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है