पूर्णिया. स्वास्थ्य विभाग द्वारा लंबे समय से टीबी मरीजों की पहचान, जांच और उपचार की व्यवस्था से काफी लोगों को इसका लाभ मिला है और वे टीबी रोग को मात देकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं. वहीं वर्ष 2025 के अंत तक भारत से टीबी रोग को समाप्त करने के सरकार के लक्ष्य की दिशा में इस संक्रामक रोग पर नियंत्रण पाने के लिए समुदाय स्तर पर किये गये प्रयासों ने भी इस अभियान को मजबूती प्रदान की है. विभाग के प्रयासों के अलावा पीड़ित मरीज के लिए निक्षय मित्र बनकर आम लोग भी उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं. इसके तहत मरीजों को जीवन यापन के लिए प्रत्येक माह पौष्टिक खाद्य सामग्रियां उपलब्ध कराते हुए सहायता प्रदान की जाती हैं. दरअसल, टीबी रोग मानव शरीर को बेहद कमजोर बना देता है. चिकित्सकों का कहना है कि इससे पीड़ित मरीजों को दवा के साथ साथ पौष्टिक भोजन की भी जरुरत होती है. जिले के टीबी रोगग्रस्त गरीब मरीजों की सहायता के लिए कुछ समाजसेवी लोग अथवा संगठन वाले उनके निक्षय मित्र बनकर उन्हें मदद पहुंचा रहे हैं. इस दौरान उनके द्वारा मरीजों को लगातार छह माह तक फ़ूड बास्केट देकर उनकी मदद की जाती है. इसी कड़ी में जीएमसीएच स्थित यक्ष्मा कार्यालय में शनिवार को जिले के 140 टीबी मरीजों को पटना के बीएमडबल्यू वेंचर द्वारा फूड पैकेट प्रदान किया गया. फरवरी और मार्च महीने के बाद फूड पैकेट प्रदान करने का यह तीसरा अभियान था. इस मौके पर कंपनी की ओर से प्रतिनिधि आशीष मिश्रा ने इस फ़ूड पैकेट वितरण कार्य में हिस्सा लिया. फ़ूड पैकेट प्राप्त कर लोग बेहद खुश नजर आये. इस मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिनेश कुमार सहित सभी पर्यवेक्षक सुपरवाइजर एवं सभी यक्ष्माकर्मी उपस्थित रहे. मौके पर डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि आम लोगों को भी इन मरीजों की मदद के लिए आगे आने की जरूरत है चाहे राजनीति से जुड़े लोग हों अथवा किसी स्वयं सेवी संगठन के लोग, चिकित्सक हों, व्यवसायी हों अथवा समाजसेवी उन्होंने सभी से इस कार्य में आगे आने की अपील की है.
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