फल मंडी में सिर्फ सेब और संतरा का रोजाना हो रहा है पांच से छह ट्रक का आवक
खुश्कीबाग फल मंडी से बड़े पैमाने पर जिले में होती है मौसमी फलों की सप्लाई
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अखिलेश चन्द्रा/ पूर्णियाअल्लाह की रहमतों और नेमतों से भरे पाक रमजान के इस महीने में हर तरफ इबादत का माहौल है. ऐसे में कई तरह के बाजार भी परवान पर है. सबसे अधिक गुलजार फलों का बाजार है. रमजान में फलों की खपत सबसे ज्यादा हो रही है,क्योकि इसमें फलों का सेवन अहम हो जाता है. यही वजह है कि पिछले एक पखवारे से फलों का होलसेल बाजार बूम कर रहा है. शहर के खुरकीबाग फल मंडी में रोजाना औसतन चार करोड़ का कारोबार हो रहा है. महंगे होने के बावजूद फलों के बाजार में तेजी है. फल मंडी में नागपुर से संतरा, महाराष्ट्र से अंगूर, कश्मीर से सेब, रायपुर, ओडिशा और छत्तीसगढ़ से तरबूज के एक दर्जन ट्रक रोजाना पहुंच रहे हैं. यहां से पूरे जिले में फलों की सप्लाई हो रही है.
————————–बूम कर रहा है शहर में फलों का होलसेल कारोबार
रमजान को लेकर शहर के खुश्कीबाग स्थित फल मंडी में फलों का होलसेल कारोबार बूम पर है, जबकि शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर सजने वाले फलों के खुदरा दुकानदारों की भी बल्ले-बल्ले है. अहम यह है कि पहले रोजा से जो फलों की डिमांड बढ़ी वह अब बीच रमजान तक बढ़ी हुई है. मंडी के आढ़तियों की मानें तो खुश्कीबाग में रोजाना सिर्फ सेव और संतरा का पांच से छह ट्रक आवक है. आढतियों से मिली जानकारी के अनुसार एक ट्रक में 20 किलो की 1200 पेटी होती है. 180 रुपये प्रति किलो के हिसाब से रोजाना औसतन पांच करोड़ का सेब बाजार में उतर रहा है. इसी तरह अंगूर का आवक प्रतिदिन एक ट्रक है. एक ट्रक अंगूर में 10 किलो का दो हजार ट्रे रहता है और 80 रुपये किलो की दर से रोजाना करीब डेढ़ लाख का अंगूर उतर रहा है. मंडी में कम से कम एक ट्रक संतरा भी हर रोज आ रहा है. आढ़तियों की मानें तो एक ट्रक में 20 किलो के पैकेट में संतरा का 150 पैकेट रहता है. इसकी कीमत भी करोड़ को पार कर जा रही है. इसके अलावा पपीता, तरबूज, अनार, केला का भी बड़े पैमाने पर आवक हो रहा है. इस लिहाज से देखा जाए, तो बाजार में फलों की विक्री फिलहाल सबसे अधिक हो रही है. दुकानदारों का कहना है कि फलों की बिक्री कमोबेश पूरे रमजान तक रहेगी. हालांकि बिक्री में उतार-चढ़ाव हर रोज होता है पर रमजान में इस साल अपेक्षाकृत बेहतर कारोबार चल रहा है.महंगा हुआ ड्राइ फ्रूटस फिर भी कम नहीं बिक्री
रमजान के दौरान इस साल ड्राई फ्रूट्स के दामों में बढ़ोत्तरी हो गयी है फिर भी इसकी मांग ज्यादा है. आढ़तियों की मानें तो ड्राई फ्रूट्स की कीमत में 15 से 20 फीसदी तक इजाफा हुआ है पर मांग पहले से बढ़ गयी है. बाजार में खजूर के दाम बढ़ गये है. रमजान के दौरान खजूर को काफी पसंद किया जाता है. इसलिए रोजा रखने वाले इसे जरूर खरीदते है. खुश्कीबाग के ड्राई फ्रूट्स कारोबारी परिमल दा बताते है कि इस पवित्र महीने में खजूर की काफी डिमांड होती है. यही वजह है कि खजूर के खास इंतजाम किये हैं. इसी तरह काजू, किशमिश, अखरोट के साथ बाजारों में सेवई लच्छे भी बिक रहे है.किराना आइटमों की भी बढ़ी है मांग
रमजान में किराना दुकानदारों की भी चल निकली है. रमजान के दौरान किराना आइटमों की बिक्री पहले दिन से ही तेज है. किराना दुकानदारों ने बताया कि इस साल लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं. किराना सामान में सबसे अधिक विक्री चना एवं चना दाल की हो रही है. बाजारों में चना, बेसन, तेल, बादाम, चना दाल, चीनी, मैदा आदि सामानों की खरीदारी की जा रही है. दूकानदारों की मानें तो रमजान के अवसर पर चना एवं चना दाल की बिक्री में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा हो जाता है.सेवई व काजू-किशमिश के बाजारों में गरमाहट
रमजान को लेकर शहर में जगह-जगह सेवई और काजू-किशमिश की दुकानें सजी हैं. लाइन बाजार चौक से ही रजनी चौक के बीच सजे सेवई और काजू-किशमिश के बाजारों में अब गरमाहट में देखी जा रही है. इस बार बड़ी कंपनियों ने सेवई के लच्छे बाजार में उतारे हैं जिसकी बिक्री ज्यादा है. इस बार हैदराबाद की सेवई लोगों की पहली पसंद है जबकि बनारसी सेवई को भी लोग छोड़ना नहीं चाहते. हालांकि बाजार में अमूमन सभी आइटम महंगे है पर खरीदारी पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. रोजेदार कहते हैं कि काफी इंतजार के बाद माहे रमजान आता है और इसमें तो रहमतों की बारिश होती है फिर वे कंजूसी या कटौती क्यों करें.————————————–
आंकड़ों पर एक नजर
05 से छह ट्रक सेव और संतरा का रोजाना हो रहा आवक
01 ट्रक औसतन होता है अंगूर का प्रतिदिन आवक1200 पेटी होती है एक ट्रक में बीस किलो की
150 पैकेट एक ट्रक पर रहता है संतरा20 फीसदी तक ड्राई फ्रूट्स की कीमत में हुआ है इजाफा
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