– झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन व राजमहल सांसद विजय हांसदा ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात
प्रतिनिधि, पूर्णिया पूर्व. टेटगामा नरसंहार के 10 दिन बाद भी जहां पूरी बस्ती खाली है वहीं बिहार-झारखंड के वरिष्ठ नेताओं के आने का सिलसिला जारी है. बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पीड़ित परिवारों के लिए मदद भिजवायी. झारखंड के मुख्यमंत्री का संदेश लेकर झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन व झारखंड के राजमहल से सांसद विजय हांसदा टेटगामा गांव पहुंचे. वहां उन लोगों ने पीड़ित परिवारों से मिलकर उनसे सारी जानकारी ली. उन्हें अबतक मिली सरकारी सुविधाओं की जानकारी ली. वहीं उन लोगों ने संयुक्त रूप से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से पीड़ित परिजनों को खाद्य सामग्री, कपड़े तथा आर्थिक मदद की. उनके साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सचिव सह केंद्रीय प्रवक्ता पंकज मिश्रा, साहिबगंज के झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष अरुण सिंह, राजा राम मरांडी, संजीव हेम्ब्रम, संजय गोस्वामी आदि मौजूद थे . बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर पूर्णिया पूर्व प्रखंड के रजीगंज पंचायत के टेटगामा आदिवासी टोला में 6-7 जुलाई की रात डायन बिसाही के आरोप में एक ही परिवार के पांच लोगों को जलाकर मार दिया गया था. मृतकों में कातो देवी (70), उसके बेटा-बहू बाबूलाल उरांव(50 ) व सीता देवी ( 40 ) और पोता व उसकी पत्नी मनजीत कुमार (25) व रानी देवी (20) शामिल थे. मृतकों के घर से दो किमी दूर दरगाह घेसरिया बहियार के जलकुंभी से भरे चाप से पांचों शव को पुलिस ने बरामद किया था. नरंसहार के मामले में मुफस्सिल पुलिस ने 23 नामजद और डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की . अबतक चार आरोपित गिरफ्तार किये गये हैं. शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं अन्य पहलुओं पर अग्रेतर अनुसंधान के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-1 के नेतृत्व में एक विशेष अनुसंधान दल एसआइटी जुटा है. तत्कालीन थानाध्यक्ष को प्रशासन ने निलंबित किया है.——————————-आदिवासी समाज के गांवों में शिक्षा पर ज्यादा जोर दे बिहार सरकार : रामदास सोरेन
टेटगामा नरसंहार पर झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि जिस प्रकार घटना हुई है यह वास्तव में दिल को झकझोर देने वाली है. हमलोग ऐसी घटना की कड़ी निंदा करते हैं. जब हम लोग गांव में आकर पीड़ित परिजनों से मिले और गांव की स्थिति को जब देखा तो ऐसा लग रहा है कि इस गांव में शिक्षा का घोर अभाव है. शिक्षा के कारण ही अंधविश्वास का प्रकोप इस गांव में फैला हुआ है. इसलिए हम यहां की सरकार से आग्रह करते हैं कि खासकर आदिवासी समाज के गांव में शिक्षा पर ज्यादा जोर दे. लोगों में जागरूकता फैला कर ऐसे अंधविश्वास को खत्म करने का काम करे. जो भी निर्दोष लोग हैं जो गांव को छोड़कर पलायन कर चुके हैं उन लोगों को भी स्थापित करवाया जाए. लोगों में जो खौफ बना हुआ है वह खौफ समाप्त हो .—————————————भय से गांव से पलायन कर चुके लोगों को वापस लाये प्रशासन : विजय हांसदा
टेटगामा नरसंहार पर राजमहल के सांसद विजय हांसदा ने कहा कि हम लोग झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेनजी के निर्देश पर आज इस अमानवीय घटना की पूरी जानकारी के लिए मौके पर पहुंचे हैं. जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है इससे साफ जाहिर हो रहा है कि कहीं ना कहीं कोई बड़ी साजिश के तहत ऐसे कार्य किए गए हैं. इसके लिए पुलिस प्रशासन सही से जांच पड़ताल कर जो भी ऐसे दोषी लोग हैं उन पर कड़ी करवाई करें.निर्दोष लोगों को परेशान नहीं करें . जो भी गांव छोड़कर पलायन कर चुके हैं वैसे लोगों को प्रशासनिक मदद से समन्वय बैठाकर पुनः सभी को स्थापित करें.उन्होंने आसपास के गांव के लोगों से भी अपील की है कि इस घटना का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग करें और निर्दोष लोगों को फसने ना दें .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है