खरीदे जा रहे हैं लखनवी ड्रेस और नक्कासीदार कुरते, बेअसर दिख रही महंगाई
रमजान का आखिरी हफ्ता शुरू होने के साथ बढ़ गई है शहर के बाजारों की रौनक
पूर्णिया. रमजान का आखिरी हफ्ता शुरू होने के साथ बाजारों की रौनक भी बढ़ने लगी है. ईद में महज छह-या सात दिन बचे होने के कारण शहर में ईद का बाजार भी सज गया है. आलम यह है शहर के अमूमन हर बाजार में ईद का रंग चढ़ता हुआ नजर आ रहा है. लोग घरों से बाकायदा सामान की लिस्ट बनाकर शॉपिंग करने पहुंच रहे हैं. ईद को लेकर लोगों द्वारा जरुरी सामानों की खरीदारी की जाने लगी है जिससे बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है. हालांकि हर आइटम के दाम इस साल अपेक्षाकृत बढ़े हुए हैं पर ईद मनाने की खुशी और खरीदारी की होड़ में महंगाई बेअसर साबित हो रही है. गौरतलब है कि अभी रमजान का महीना चल रहा है पर ईद के लिए शॉपिंग भी शुरू हो गई है. शॉपिंग का सिलसिला सुबह दस बजे के बाद शुरू होता है और देर शाम तक चलता रहता है. इसी शॉपिंग को लेकर शहर का भट्ठा बाजार गुलजार है जबकि शहर के सभी मॉल और बिग शॉप में भीड़ उमड़ रही है. ईद में महज कुछ दिन शेष बचे हैं और लोग चाहते हैं कि धीरे-धीरे सभी आइटम घर में आ जाएं. ईद के लिए खास में विभिन्न प्रकार की सेवईयां, लच्छे, शिरमाल, बकरखानी एवं टोपियां, इत्र की दुकानों पर खरीदारों की अच्छी-खासी भीड़ जुट रही है.कपड़ों से लेकर जूते तक की खरीदारी
रमजान के बाजारों में कपड़ों से लेकर जूते तक की खरीदारी हो रही है. बाजारों में इस बार ब्रांडेड कुर्ते-पाजामे की मांग बढ़ी हुई है पर अधिकांश लोग लखनवी ड्रेस और नक्कासीदार कुरते ज्यादा पसंद कर रहे हैं. हालांकि सामानों की कीमत पर महंगाई हॉवी है पर इसके बावजूद सेवई से लेकर कपड़ों की दुकानों में लोगों की भीड़ नजर आने लगी है. यह माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों तक बाजारों में ऐसी ही रौनक बरकरार रहने वाली है. ईद के बाजार में शोरूम संचालकों के साथ छोटे दुकानदारों ने भी सेल और डिस्काउंट ऑफर शुरू किया है. कई जगह तो ग्राहकों को रिझाने के लिए गिफ्ट भी दिए जा रहे हैं.कोई कच्ची तो कोई महीन सेवईं की कर रहा डिमांड
कहते हैं, ईद और सेवईं का रिश्ता तो सबसे खास है. यही वजह है कि जहां शहर के बाजारों में जूते-कपड़े आदि की खरीदारी हो रही हैं वहीं लोग ईद के लिए अपनी पसंद की सेवईं भी खरीदना नहीं भूल रहे हैं. इन दिनों बाजार में सेवईं की कई वैरायटी उपलब्ध हैं. कोई कच्ची सेवईं तो कोई मोटी और कोई महीन सेवईं की डिमांड कर रहा है. सबसे ज्यादा भुनी हुई सेवईं की डिमांड हो रही है. यह सेवईं बेहद महीन होती है, जो शीरे के साथ आसानी से घुल जाती है. दुकानदारों का कहना है कि ईद में कुछ ही दिन बचे होने के कारण लगातार ग्राहक पहुंच रहे हैं. वैसे बाजारों में सस्ते दर पर लोकल सेवई और लच्छे भी बेचे जा रहे हैं पर इसका अपना अलग दायरा है. बनारस और हैदराबाद वाली सेवई की भी खासी मांग है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है