पूर्णिया. एमआईटी रामबाग में शनिवार को नेशनल टेक्नोलॉजी डे और मदर्स डे का संयुक्त आयोजन बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ किया गया. इस अवसर पर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने मिलकर तकनीकी उपलब्धियों और मातृत्व की महत्ता का उत्सव मनाया. प्राचार्य डा. साकिब शकील ने नेशनल टेक्नोलॉजी डे के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आज के युवा इंजीनियरों और वैज्ञानिकों के लिए यह दिन प्रेरणा का स्रोत है. प्राचार्य ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए. नेशनल टेक्नोलॉजी डे न केवल भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों का प्रतीक है, बल्कि यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि तकनीक केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग के जीवन को बेहतर बनाने का एक सशक्त माध्यम है. आज जब दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति के दौर में है, भारत के युवा तकनीकी विशेषज्ञों को नवाचार (इनोवेशन), स्टार्टअप्स और स्वदेशी तकनीकों के विकास में अग्रणी भूमिका निभानी होगी. हमें स्वच्छ ऊर्जा, स्मार्ट सिटी, डिजिटल इंडिया और हरित तकनीकों के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करनी है, ताकि हमारा देश विज्ञान और तकनीक में आत्मनिर्भर ही नहीं, बल्कि विश्वगुरु बन सके.
कविता पाठ, नृत्य और गीतों की दी गयी प्रस्तुति
मदर्स डे पर छात्रों द्वारा विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं. कविता पाठ, नृत्य और गीतों के माध्यम से मातृत्व की ममता और त्याग को मंच पर जीवंत किया गया. विद्यार्थियों ने अपनी माताओं को समर्पित भावपूर्ण संदेश पढ़े, जिससे वातावरण भावुक हो गया. कार्यक्रम में ‘मां तेरी ममता अमर रहे’ थीम पर एक नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें उपस्थित जनसमूह की आंखों में आंसू ला दिए. एमआईटी के प्राचार्य ने कहाकि मां न सिर्फ जीवन देने वाली होती हैं, बल्कि वह संस्कारों की पहली पाठशाला भी होती हैं. उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी.
तकनीकी मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन
अंत में विद्यार्थियों द्वारा तकनीकी मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया. इसमें विभिन्न विभागों के छात्रों ने अपने नवाचार प्रस्तुत किए. कंप्युटर एंड साइंस इंजीनियरिंग विभाग के छात्र मोहम्मद सैफ द्वारा तैयार किए गए स्मार्ट ऑब्सटेकल अवेयर वेहीकल सिस्टम मॉडल ने सभी का ध्यान आकर्षित किया. उनके इस प्रोजेक्ट को प्रदर्शनी में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ. संस्थान की ओर से उन्हें पुरस्कार और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में अन्य छात्रों के मॉडल्स में जल संरक्षण तकनीक, अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली और स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम भी सराहे गए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है