पूर्णिया. पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मंगलवार को दिल्ली में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र समेत सीमांचल क्षेत्र की सामरिक और शैक्षणिक आवश्यकताओं को लेकर कई महत्वपूर्ण आग्रह देश के रक्षा मंत्री से की. उन्होंने पूर्णिया में सैनिक स्कूल की स्थापना, सेना भर्ती पूर्व-प्रशिक्षण केंद्र, सैनिक कल्याण बोर्ड के विस्तार सहित केन्द्रीय विद्यालय पूर्णिया के लिए भूमि आवंटन और अपना भवन निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया. सांसद पप्पू यादव ने रक्षा मंत्री को अवगत कराया कि पूर्णिया क्षेत्र सामरिक, रणनीतिक और सामाजिक रूप से अत्यंत संवेदनशील है. यह इलाका नेपाल सीमा से सटा है और राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से इसकी अहम भूमिका है.उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के युवा लंबे समय से सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करते आ रहे हैं, लेकिन उचित प्रशिक्षण सुविधाओं और आधारभूत ढांचे की कमी के कारण कई बार योग्य अभ्यर्थी पीछे रह जाते हैं. उन्होंने रक्षा मंत्री से पूर्णिया में सैनिक स्कूल की स्थापना की विशेष मांग करते हुए कहा कि इससे युवाओं को प्रारंभिक स्तर से ही सैन्य अनुशासन और राष्ट्र सेवा की भावना के साथ शिक्षा मिल सकेगी. साथ ही, सेना भर्ती पूर्व प्रशिक्षण केंद्र खोलने का भी आग्रह किया, जिससे सीमांचल, झारखंड, बंगाल और असम के ग्रामीण युवा बेहतर तरीके से भारतीय सेना की तैयारियों में भाग ले सकें.
केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि का हो आवंटन
सांसद ने यह भी बताया कि पूर्णिया के वायुसेना स्थल पर 2005 में स्थापित केंद्रीय विद्यालय आज भी किराए के भवन में संचालित हो रहा है, क्योंकि अब तक विद्यालय के लिए भूमि का आवंटन वायुसेना द्वारा नहीं किया गया. उन्होंने रक्षा मंत्री से आग्रह किया कि इस विद्यालय के लिए तुरंत भूमि आवंटित कर विद्यालय भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू कराई जाये ताकि हजारों बच्चों की शिक्षा बाधित न हो.वीर स्मृति स्थल की हो स्थापना
पप्पू यादव ने इसीएचएस पॉलीक्लिनिक, सैन्य कैंटीन (सीएसडी), डीआरडीओ फील्ड यूनिट और एनसीसी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की भी मांग की. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में शहीद स्मारक या वीर स्मृति स्थल की स्थापना भी की जानी चाहिए, ताकि नयी पीढ़ी को प्रेरणा मिल सके. उन्होंने कहा, यह मांगें केवल विकास नहीं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा और सीमांचल क्षेत्र के गौरव से जुड़ी हैं. सांसद ने उम्मीद जतायी कि रक्षा मंत्रालय जल्द ही इन प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार करेगा और ठोस कार्रवाई करेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है