पूर्णिया. भाकपा-माले और ऐपवा की संयुक्त जांच टीम 10 जुलाई को टेटागामा गांव जायेगी जहां अंध विश्वास के चक्कर में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गयी. माले नेता इस्लाम उद्दीन, जिला कमेटी सदस्य यमुना प्रसाद मुर्मू,अविनाश पासवान,राजकुमार टुडू आदि ने जारी संयुक्त बयान में इस घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होने कहा कि टेटगामा आदिवासी टोला की घटना अत्यंत ही दुखद व हृदयविदारक है. न केवल वीभत्स है बल्कि समाज और देश को शर्मशार करने वाली है. इस जघन्य घटना की भाकपा माले कडे शब्दो में निंदा करता है. माले नेता ने इस घटना की जांच सीबीआइ से कराने और दोषी व्यक्तिों को कडी सजा देने की मांग की है.
……………..पूरे समाज के मुंह पर बड़ा तमाचा
पूर्णिया. आनंद मार्ग प्रचारक संघ के सुनील आनंद ने टेटागामा की घटना की निंदा की है. उन्होने कहा यह पूरे समाज के लिए बहुत बड़ा तमाचा है. आज भी हम इस अर्ध विकसित समाज में जी रहें. सुनील आनंद ने कहा कि अभी तक सृष्टि पर ऐसा कोई भी मंत्र नहीं जिससे मनुष्य को क्षति पहुंचाया जा सके. मंत्र का जाप करने से मनुष्य का आध्यात्मिक एवं मानसिक उत्थान होता है. यह मानव कल्याण के लिए है. मंत्र से किसी की हत्या नहीं की जा सकती. यह सब बातें अंधविश्वास है.……………………..टेटगाम कांड के दोषियों को मिले सख्त सजा : मोर्चा
पूर्णिया. जनहित मोर्चा के संयोजक अशोक महतो ने बयान जारी कर कहा है कि रानीपतरा टेट गाम गांव की की घटना भयावह और निंदनीय है. उन्होंने कहा है किइस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है, घटना में शामिल एक-एक लोगों को खोज कर कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटना कभी न हो.बयान जारी करने वालों में जनहित मोर्चा के मणि कुमार दास ,अजय कुमार साह, सुयश कुमार मंडल, राम भरत राय, सिकंदर आलम ,सिकंदर शर्मा, दिनेश शर्मा, मनोज स्वर्णकार उत्तम सिंह उर्फ बबलू ,प्रोफेसर विनोद कुमार प्रवीण कुमार उर्फ सोनू, राजकुमार चौधरी, प्रवीण कुमारआदि शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है